Monday, November 18, 2024
Homeएमपीमप्र को इंडस्ट्रियल और एग्रीकल्चर हब बनाएंगी राजमार्ग परियोजनाएं: नितिन गडकरी

मप्र को इंडस्ट्रियल और एग्रीकल्चर हब बनाएंगी राजमार्ग परियोजनाएं: नितिन गडकरी

भोपाल (हि.स.)। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि सड़क परियोजनाओं से मध्यप्रदेश को इंडस्ट्रियल और एग्रीकल्चर हब बनाने में मदद मिलेगी। मध्य प्रदेश में सड़क नेटवर्क बेहतर बनाने के लिए नए कार्य प्रारंभ किये जा रहे हैं। इस वर्ष के अंत तक अनेक कार्य पूर्ण होंगे। प्रदेश में सड़कों के निर्माण से निवेश आएगा, निर्यात भी बढ़ेगा। रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे और निर्धनता को दूर करने में मदद मिलेगी।

केंद्रीय मंत्री गडकरी मंगलवार शाम को भोपाल के लाल परेड ग्राउंड पर सड़क परियोजनाओं के शिलान्यास समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने इस मौके पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के साथ सिंगल क्लिक से 499 किलोमीटर लंबाई की 15 राष्ट्रीय राजमार्ग सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इनकी लागत 8038 करोड़ रुपये है।

स्थानों की दूरियां होंगी कम

गडकरी ने कहा कि सड़कों का निर्माण विकास की अनेक संभावनाओं को साकार करता है। मालवा का आटा अनेक देशों में पसंद किया जाता है। इसके निर्यात में नई सड़क संरचनाएं उपयोगी होंगी। उन्होंने बताया कि उज्जैन में रेलवे स्टेशन से बाबा महाकाल मंदिर तक रोप-वे के संचालन का प्रकल्प महत्वपूर्ण है। आगामी महीने में 171 करोड़ रुपये के इस प्रकल्प के लिए निविदा की कार्यवाही करने की तैयारी है। उज्जैन से कोटा की दूरी सिर्फ ढाई घंटे में पूरी की जा सकेगी।

उन्होंने कहा कि महत्वपूर्ण कार्यों में उज्जैन से गरोठ 136 किलोमीटर की फोर लेन भी शामिल है। इंदौर से ओंकारेश्वर की दूरी एक घंटे में तय हो जाएगी। वर्ष 2025 तक अनेक कार्य पूरे होंगे। जिसमें इंदौर-हैदराबाद कॉरिडोर भी शामिल है। कई ग्रीन एक्सप्रेस हाईवे भी बन रहे हैं। मध्यप्रदेश के 27 सड़क निर्माण प्रस्तावों को शीघ्र स्वीकृति दी जा रही है। भोपाल झीलों का शहर है। झील पर रोप-वे और केबल कार के मध्यप्रदेश सरकार के प्रस्तावों को शीघ्र स्वीकृति दी जाएगी।

गडकरी ने कहा कि मुम्बई-दिल्ली कॉरिडोर पूरा होने से मध्यप्रदेश से दोनों महानगरों तक आना-जाना का कार्य 5-6 घंटे में हो जाएगा। यह काम इसी वर्ष पूरा होने की आशा है। ग्रीन फील्ड हाई-वे के अंतर्गत ग्वालियर, आगरा और ग्वालियर-दिल्ली की यात्रा कम समय में पूरी की जा सकेगी। इसके साथ ही भोपाल से कानपुर की यात्रा भी नए कॉरिडोर के निर्माण से सात-आठ घंटे में ही पूरी हो जाएगी जो वर्तमान में पंद्रह घंटे में होती है। सागर से कानपुर की दूरी में 21 किलोमीटर की कमी आएगी। भोपाल- सागर फोर लेन सड़क जिसकी लम्बाई 170 किलोमीटर है, एक वर्ष में बन जाएगा। इसकी लागत 4 हजार करोड़ रुपए है। उन्होंने मध्यप्रदेश में राजमार्गों के विकास के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी।

कार्यक्रम मों मुख्यमंत्री डॉ. यादव, लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने भी संबोधित किया, जबकि केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर कार्यक्रम में वर्चुअली जुड़े और अपने विचार व्यक्त किए।

प्रारंभ में केंद्रीय मंत्री गडकरी और मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सड़कों के निर्माण, ऑनलाइन और परिवहन साधनों के विस्तार पर केंद्रित चित्र प्रदर्शनी का अवलोकन किया। कार्यक्रम में गडकरी को राम दरबार भी भेंट किया गया। कार्यक्रम में प्रदेश के मंत्रीगण प्रहलाद पटेल, विश्वास सारंग, नारायण सिंह कुशवाह, नारायण सिंह पवार, कृष्णा गौर, दिलीप अहिरवार, लखन पटेल, सांसदगण रमाकांत भार्गव, संध्या राय, जीएस डामोर, दुर्गादास, रोडमल नागर, विधायकगण रामेश्वर शर्मा, भगवानदास सबनानी, विष्णु खत्री, भोपाल महापौर मालती राय और अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

धार्मिक पर्यटन नगर, व्यापार उद्योग केंद्र होंगे लाभान्वित

इन परियोजनाओं से महाकौशल क्षेत्र के गेहूं और धान कृषि व्यापार को बढ़ावा मिलेगा, प्रसिद्ध तीर्थ स्थलों तक कनेक्टिविटी आसान होगी, कटनी के कोयला खदान उद्योग को लाभ मिलेगा। प्रदेश के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल विश्व धरोहर स्मारक स्थल खजुराहो, रामराजा की नगरी ओरछा, राष्ट्रीय पेंच टाइगर कॉरीडोर तक कनेक्टिविटी आसान होगी। यही नहीं बुधनी टेक्सटाइल इंडस्ट्रीज और वुड क्राफ्ट व्यापार को लाभ मिलेगा साथ ही मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और दिल्ली राज्यों के बीच व्यावसायिक एवं नागरिक यातायात सुगम होगा।

संबंधित समाचार

ताजा खबर