बिना वेतन कैसे जलेंगे आंगन में दीये: बेरंग दशहरे के बाद अब अंधेरे में मनेगी एमपी के कर्मचारियों की दीवाली

मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में बताया की विश्वविद्यालय में प्राध्यापक, तृतीय श्रेणी एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को विगत दो माहों से वेतन नहीं मिल रहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन की लापरवाही से आवंटन के अभाव में दशहरा तो जैसे-तैसे बिना वेतन के मना लिया है। वहीं हालात ऐसे हैं कि दीवाली भी बिना वेतन के मनाना होगा। यदि इन कर्मचारियों को शीघ्र वेतन नहीं दिया जाता है तो कर्मचारी कैसे करेंगे लक्ष्मी पूजा, कैसे जलेंगे दीप, बच्चे कैसे फोड़ेंगे पटाखे? इस भीषण मंहगाई के युग में वेटनरी विश्वविद्यालय अधिकारी एवं कर्मचारी तंगहाली में अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहे हैं। 

संघ योगेन्द्र दुबे, अर्वेन्द्र राजपूत, अवधेश तिवारी, अटल उपाध्याय, आलोक अग्निहोत्री, मुकेश सिंह, मंसूर बेग, बृजेश मिश्रा, गोविन्द विल्थरे, रजनीश तिवारी, डीडी गुप्ता, योगेन्द्र मिश्रा, मनीष चौबे, सुनील राय, महेश कोरी, अजय सिंह ठाकुर, आनंद रैकवार, नितिन अग्रवाल, गगन चौबे, मनोज सेन, श्यामनारायण तिवारी, विनय नामदेव, प्रियांशु शुक्ला, पवन ताम्रकार, दीपक सोनी, संतोष तिवारी, गणेश उपाध्याय, धीरेन्द्र सोनी, मो. तारिक, अभिषेक मिश्रा, बृजेश गोस्वामी, सोनल दुबे, देवदत्त शुक्ला, प्रणव साहू, राकेश पाण्डे, विजय कोष्टी, अब्दुल्ला चिश्ती, आदित्य दीक्षित, विष्णु पाण्डे, मनोज पाटकर आदि ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को ईमेल के माध्यम से पत्र भेजकर वेटनरी विश्वविद्यालय के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को दीपवाली के पूर्व वेतन दिए जाने की मांग की है।