नये साल की शुरुआत में मध्य प्रदेश की 6 बिजली कंपनियों में कार्यरत करीब 45 हजार बिजली आउटसोर्स एवं संविदा कर्मी उन्हें नियमित करने व विभागीय संविलिन की मांग को लेकर आगामी 6 जनवरी को जेल भरो आंदोलन व 7 जनवरी से सामूहिक अवकाश पर जाने की तैयारी में हैं। सभी कर्मचारी पहले 6 जनवरी को जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करेगें और इसके बाद प्रदेश भर के आउटसोर्स एवं संविदा कर्मचारी 7 जनवरी को भोपाल के नेहरू नगर स्थित पं. खुशीलाल शर्मा मैदान में सामूहिक धरना देंगे। इनके समर्थन में रेग्यूलर तकनीकी कर्मी भी सामूहिक अवकाश पर रहेगें, ऐसे में प्रदेश की बिजली व्यवस्था चरमरा सकती है।
इसे लेकर मप्र बिजली आउटसोर्स कर्मचारी संगठन के प्रान्तीय संयोजक मनोज भार्गव ने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को विशेष पत्र प्रेषित कर कहा है कि मप्र बिजली सेक्टर में कई वर्षों में जारी टेम्प्रेरी आउटसोर्सिंग एवं संविदा व्यवस्था से आए दिन विद्युत दुर्घटनाओं में बिजली कर्मियों की बली चढ़ने से कई माताओं की कोख उजड़ चुकी है, कई परिवार तबाह हो चुके हैं।
मनोज भार्गव ने कहा कि इसलिये बिजली आउटसोर्स एवं संविदा प्रतिनिधि मण्डल से मुख्यमंत्री अतिशीघ्र आधे घंटे चर्चा कर तदर्थ व्यवस्था को समाप्त कर बीच का रास्ता निकालें, जो सरकार एवं कर्मचारी दोनों के लिये ही सुखद होगा, ताकि मप्र की 6 बिजली कंपनियों के बिजली आउटसोर्स एवं संविदा व नियमित तकनीकी कर्मचारी सामूहिक अवकाश जैसा अप्रिय कदम उठाने पर मजबूर नहीं हों।