मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि विगत कई महीनों से जबलपुर शहर व ग्रामीण क्षेत्रों की शासकीय शालाओं में चोरी की घटनायें आये दिन सुनने में आ रही हैं, वर्तमान में शासकीय शालाओं में स्मार्ट क्लास रूम, कम्प्यूटर, लेपटाप, टीवी, प्रोजेक्टर आदि बहुमूल्य सामन होने के कारण के चोरों की नजर शासकीय शालाओं पर अधिक है।
संघ ने कहा कि जहां एक ओर मध्य प्रदेश शासन की ओर से शासकीय विद्यालयों में चौकीदारों की भर्ती बंद है, वहीं दूसरी ओर विद्यालय में चौकीदार न होने का फायदा असामाजिक तत्व व चोरों द्वारा उठाया जा रहा है, जिससे शासकीय शालाओं में वर्षो बाद मिली सुविधाओं से गरीब छात्र-छात्राओं को वंचित होना पड़ रहा है। साथ ही बढ़ती चोरियों से शिक्षक भी परेशान हैं।
संघ के योगेन्द्र दुबे, अर्वेन्द्र राजपूत, मुन्नालाल पटैल, मुकेश सिंह, मिर्जा मन्सूर बेग, आशुतोष तिवारी, सुरेन्द्र जैन, आलोक अग्निहोत्री, दुर्गेश पाण्डे, डॉ संदीप नेमा, संतकुमार छीपा, श्रीराम झारिया, देवेन्द्र प्रताप सिंह, श्यामबाबू मिश्रा, प्रमोद पासी, श्यामनारायण तिवारी, मनोज सेन, मो तारिक, धीरेन्द्र सोनी, महेश कोरी, संतोष तिवारी आदि ने पुलिस अधीक्षक जबलपुर से मांग की है कि शासकीय विद्यालयों में बढती चोरी की घटनाओं के दृष्टिगत रखते हुए विशेष सुरक्षा एवं पुलिस गस्त शासकीय शालाओं में कराई जाये, ताकि चोरी की घटनाओं पर अंकुश लग सके।