जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना की अध्यक्षता में आज सेंट अलॉयसिस और स्टेमफील्ड स्कूल की सभी शाखाओं से प्राप्त शिकायतों की खुली सुनवाई की गई। जिसमें स्कूल संचालक और पेरेन्टस उपस्थित थे। सुनवाई में स्कूल फीस तथा शैक्षणिक सामग्री जैसे किताबें, यूनिफार्म व स्टेशनरी आदि के संबंध में प्राप्त शिकायतों के निराकरण के संबंध में आवश्यक चर्चा की गई।
इस दौरान स्कूल संचालक व पैरेन्टस ने अपने-अपने विचार व्यक्त किये तथा बेहतर व्यवस्था के लिये सुझाव दिये। कलेक्टर ने कहा कि स्कूल संचालक अक्टूबर में ही अगले सत्र में लगने वाले फीस व शैक्षणिक सामग्री के बारे में पैरेन्टस को बता दें। जिससे पैरेन्टस परेशान न हो और शैक्षणिक सामग्री विक्रेताओं की मोनोपोली न चले।
उन्होंने जोर देकर कहा कि पेरेन्टस स्कूलों में सजगता बनाये रखें और जहां सही न हो उसका विरोध करें। बच्चों को इसमें कोई परेशानी न हो। आज की खुली सुनवाई में स्कूल संचालक व पेरेन्टस के बीच संवाद कक्षा तक नहीं पहुंचनी चाहिये। किसी भी विद्यार्थी को इस सुनवाई का विपरीत प्रभाव नहीं पड़ना चाहिये। उन्होंने कहा कि फीस को लेकर जो सर्कुलर है, उसका पालन हो। जो पालन नहीं किये है उन पर जिला शिक्षा समिति यथोचित निर्णय लेगी।
शैक्षणिक सामग्रियों के विक्रेताओं के मोनोपोली रोकने के लिये उन्होंने कहा कि मार्च में इसके लिये मेला लगाने का प्लान करें। उन्होंने कहा कि फीस को लेकर पेरेन्टस को एक मौका दिया जायेगा, जिसमें वह एनआईसी की वेबसाइट पर अपलोड फीस की सूची से स्कूलों को दिये फीस का मिलान करें। इसमें जहां कहीं भी विसंगति आती है तो उसकी शिकायत करें।
इस दौरान फीस, किताब व अन्य शैक्षणिक सामग्री से जुड़ी शिकायतों पर गहन चर्चा कर आवश्यक निर्देश दिये। बैठक में अपर कलेक्टर श्रीमती मिशा सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी तथा जिला कोषालय अधिकारी सुश्री विनायका लाकरा भी मौजूद थे।