जबलपुर (हि.स.)। जबलपुर जिले के ग्राम बेलखेड़ा निवासी एक युवक को क्षेत्र के बदमाश घर से उठा कर ले गए और फरियादी के साथ बेरहमी से मारपीट की। इसके पश्चात पीड़ित युवक की एफआईआर थाने में दर्ज नहीं किए जाने पर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने संज्ञान में लिया है। आरोप है कि जब पुलिस पहुंची, तो आरोपियों ने पुलिस के सामने भी पीटा।
एसपी कार्यालय पहुंचकर फरियादी ने एएसपी को दी हस्ताक्षरित शिकायत में बताया कि वह खेती का काम करता है। प्रतिदिन 900 रुपए मिलते हैं। यह बात गांव के कुछ तत्वों को पता थी। इसके चलते वे उसके घर पहुंचे और पैसों की मांग की, नहीं देने पर उसे जबरन अपने साथ ले गए और अकारण मारपीट की। फरियादी बेलखेड़ा थाने पहुंचा तो पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की और उसे थाने से भगा दिया। इसके बाद उसे एएसपी ने जांच का आश्वासन दिया।
मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के क्षेत्रीय कार्यालय की प्रभारी फरज़ाना मिर्जा ने बताया कि मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग की मुख्य पीठ भोपाल में प्रकरण पर सुनवाई करते हुए, अध्यक्ष मनोहर ममतानी ने मानव अधिकारों के हनन का मामला मानकर, जबलपुर के पुलिस अधीक्षक से मामले की जांच कराकर, पीडि़त की एफआईआर दर्ज करने में की गई उपेक्षा एवं उसकी शिकायत के संबंध में की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।