मध्य प्रदेश के जबलपुर में संयुक्त संचालयक कृषि किसान कल्याण तथा कृषि विकास कार्यालय को भीषण गर्मी में उजाड़ने की सुगबुगाहट मची हुई है। अंग्रेजों के समय के इस कार्यालय को अवैध बताकर चिलचिलाती धूप में सरकारी अमले को वे-आबरू कर कार्यालय से निकाला जा रहा है।
मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के योगेन्द्र दुबे के साथ विभागीय कर्मचारियों ने सयुंक्त संचालक कृषि केएस नेताम को मांग पत्र देकर वैकल्पिक व्यवस्था ना होने तक कार्यालय की भूमि को खाली ना करने की मांग की गई है। उन्होंने कलेक्टर जबलपुर से इस संबंध में चर्चा करने का आश्वासन दिया है।
मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के योगेन्द्र दुबे, संजय यादव, अटल उपाध्याय, आर एस राजपूत, कैलाश धवलकर, हरि पटैल, रम्मू लाल वर्मा, गोविन्द विल्थरे, रजनीश दुबे, पवन श्रीवास्तव, डी के नेमा, रजनीश तिवारी ने बताया है कि कार्यालय में पदस्थ महिला कर्मी भारी परेशान है, संभागीय स्तर की किसानों की जानकारियां कार्यालय में रखी हुई है, अफरा-तफरी में रिकार्ड खराब होने की संभावना बनी हुई है।
चिलचिलाती धूप में जब किसी पंछी का भी घरौंदा नहीं उजाड़ा जाता, तब सरकारी कर्मचारियों को बिना कार्यालय के लिए जगह दिये बे-आबरू कर कार्यालय से निकाला जाना न्याय संगत नहीं है। संघ के पदाधिकारियों ने कार्यालय के स्थान पर ही कुछ भूमि पर विभागीय कार्यालय बनाये जाने की माँग की है।