भोपाल (हि.स.)। मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव से पहले पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस विधायक कमलनाथ ने एक बार फिर सरकार पर सवाल साधने शुरू कर दिये। कमलनाथ रोजाना सोशल मीडिया के माध्यम से अलग अलग मुद्दाें को लेकर सरकार पर कटाक्ष करते हुए निशाना साध रहे हैं। ऐसे ही बुधवार को उन्होंने कर्मचारियों को महंगाई भत्ता दिये जाने में हो रही देरी को लेकर सवाल उठाया है। इसके साथ ही कमलनाथ ने प्रदेश सरकार को कर्मचारी विरोधी भी बताया है।
कमलनाथ ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा मध्य प्रदेश सरकार का कर्मचारी विरोधी रवैया एक बार फिर सामने आ रहा है। मध्य प्रदेश के सरकारी कर्मचारी लंबे समय से केंद्र के बराबर 46 प्रतिशत महंगाई भत्ता देने की मांग कर रहे हैं। मैं उनकी मांग का समर्थन करता हूं। विधानसभा चुनाव की वोटिंग से पहले भाजपा सरकार ने चुनाव आयोग से अनुमति मांगी थी कि महंगाई भत्ता बढ़ा दिया जाए। भाजपा सरकार को अच्छी तरह पता था कि आचार संहिता के बीच में निर्वाचन आयोग ऐसा नहीं कर सकता। इसलिए भाजपा ने खुद को कर्मचारी हितैषी दिखाने के लिए यह पाखंड किया था।
कमलनाथ ने तंज कसते हुए कहा कि अब जब भाजपा की सरकार दोबारा बन गई है तो कर्मचारियों का महंगाई भत्ता बढ़ाने की फाइल ही आगे नहीं बढ़ रही। इससे पता चलता है कि भारतीय जनता पार्टी चुनाव के समय जनहित की बातें करती है और चुनाव जीतने के बाद सभी वर्गों को ताक पर रख देती है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री से अनुरोध करता हूं कि सरकारी कर्मचारियों के साथ छलावा करने की बजाय वह कर्मचारियों को उनका अधिकार दें और 46 प्रतिशत महंगाई भत्ता देना सुनिश्चित करें।