मध्य प्रदेश में बारिश का मौसम शुरू होने वाला है। बरसते पानी और तेज हवाओं के बीच पोल पर चढ़कर तथा करंट के बीच काम करने वाले लाइनमेनों को अभी तक पूरे सुरक्षा उपकरण तक उपलब्ध नहीं कराये गये हैं।
जानकारी के अनुसार विद्युत वितरण कंपनी के अंतर्गत शहरी क्षेत्र हो या ग्रामीण क्षेत्र, यहां पदस्थ लाइनमेनों के पास करंट का कार्य करने के दौरान उपयोग किये जाने वाले अतिआवश्यक सुरक्षा उपकरणों का नितांत अभाव है।
ऐसा प्रतीत हो रहा है मानों विद्युत कंपनी प्रबंधन बिना सुरक्षा उपकरणों के बरसते पानी और तेज हवाओं के बीच करंट का काम कराकर लाइनमैनों की जान से खिलवाड़ कर रहा है। शायद इसलिये भी लाइनमेनों के बार-बार अनुरोध किये जाने के बावजूद उन्हें सुरक्षा उपकरण उपलब्ध नहीं कराये जा रहे हैं।
मप्रविमं तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रांतीय महासचिव हरेन्द्र श्रीवास्तव ने बताया कि पूरे मध्य प्रदेश के साथ ही जबलपुर के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में पदस्थ लाइनमेनों के पास हैंड ग्लब्स, प्लास्क, पेचकस, बरसाती, डिस्चार्ज रॉड, टॉर्च, हेलमेट जैसे जरूरी सुरक्षा उपकरणों का अभाव है और कंपनी प्रबंधन और अधिकारियों से आग्रह करने के बाद भी अभी तक नहीं दिये गए हैं, जबकि बारिश का मौसम शुरू होने ही वाला है।
उन्होंने बताया कि लाइनमेनों के जरूरी इन सुरक्षा उपकरणों के लिये अक्सर फंड की कमी का बहाना बना दिया जाता है। नियमानुसार सभी लाइनमैनों को सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराया जाना जरूरी है, फिर भी कंपनी के अधिकारी आनाकानी करते हैं।
संघ के शशी उपाध्याय, जेके कोष्टा, मोहन दुबे, राजकुमार सैनी, हीरेन्द्र रोहिताश, अजय कश्यप, अरुण मालवीय, इंद्रपाल सिंह, संजय वर्मा, ख्यालीराम, रामशंकर, राजेश यादव आदि ने कंपनी प्रबंधन से मांग की है कि लाइनमेनों को बारिश के पूर्व सभी सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराये जायें।