जबलपुर लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे 19 अभ्यर्थियों में से 13 उम्मीदवारों ने चुनावी प्रचार-प्रसार पर चार अप्रैल तक हुये खर्च का ब्यौरा जिला निर्वाचन कार्यालय के एक्सपेंडिचर मॉनिटरिंग सेल के समक्ष प्रस्तुत किया है। उम्मीदवारों के लिये प्रथम चरण में चुनावी खर्च का लेखा जोखा प्रस्तुत करने की तिथि चार अप्रैल तय की गई थी। पहले चरण में परीक्षण हेतु निर्वाचन व्यय लेखा प्रस्तुत नहीं करने वाले छह उम्मीदवारों को कारण बताओ नोटिस जारी किये गये हैं।
जिला निर्वाचन कार्यालय के एक्सपेंडिचर मॉनिटरिंग सेल के अनुसार प्रथम चरण में परीक्षण हेतु निर्वाचन व्यय लेखा प्रस्तुत करने वाले उम्मीदवारों में से भारतीय जनता पार्टी के आशीष दुबे ने अपने चुनावी प्रचार पर अभी तक 11 लाख 86 हजार 191 रूपये, इंडियन नेशनल कॉंग्रेस के दिनेश यादव ने 18 लाख 77 हजार 980 रूपये, बहुजन समाज पार्टी के राकेश चौधरी ने 25 हजार 016 रूपये, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के अधिवक्ता उदय कुमार साहू ने 25 हजार रूपये, भारतीय शक्ति चेतना पार्टी के जगदीश सिंह लोधी ने 1 लाख 74 हजार 742 रूपये, आदिम समाज पार्टी के दसई राम कोल ने 16 हजार 800 रूपये, बहुजन आवाम पार्टी के रामकुमार पासी ने 12 हजार 500 रूपये, राष्ट्रीय समाज दल (आर) के लाल सिंह ने 25 हजार रूपये एवं सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया (कॉम्युनिस्ट) के उम्मीदवार कॉमरेड सचिन जैन ने 58 हजार 120 रूपये का चुनाव खर्च का लेखा जोखा दिया है।
इसी प्रकार निर्दलीय उम्मीदवारों में डा. ढाई अक्षर ने 12 हजार 500 रूपये, फौजी विजय हल्दकार (पूर्व सैनिक) ने 1 लाख 09 हजार 412 रूपये, स्वतंत्र समाज सेवी विनय चक्रवर्ती ने 25 हजार रूपये एवं संतोष कुमार कुशवाहा ने 25 हजार रूपये अभी तक अपने चुनावी अभियान पर खर्च होना बताया है।
एक्सपेंडिचर मॉनिटरिंग सेल के अनुसार जिन छह उम्मीदवारों द्वारा प्रथम चरण में निर्वाचन व्यय लेखा परीक्षण नहीं प्रस्तुत किया गया है, उनमें राष्ट्र निर्माण पार्टी के उम्मीदवार अशोक राणा तथा निर्दलीय उम्मीदवार गुलाब सिंह, दिनेश यादव, पूर्णेश कुमार जैन, इंजी. प्रवीण गजभिये ‘‘दादा’’ एवं महावीर जैन शामिल हैं ।
इन सभी छह उम्मीदवारों को नियत समय पर निर्वाचन व्यय का लेखा-जोखा प्रस्तुत नहीं करने पर रिटर्निंग अधिकारी के माध्यम से कारण बताओ नोटिस जारी किये गये हैं। इसके साथ ही निर्दलीय उम्मीदवार संतोष कुमार कुशवाहा को निर्वाचन व्यय हेतु अलग से बैंक खाता नहीं खोलने के कारण नोटिस जारी किया जा रहा है।