जबलपुर जिले में धान उपार्जन केंद्रों के आकस्मिक निरीक्षण के लिये उड़नदस्ता दल का गठन करने के साथ ही प्रभारी कलेक्टर श्रीमती जयति सिंह ने जिले में स्थित प्रत्येक उपार्जन केन्द्र के लिये एक नोडल अधिकारी को भी नियुक्त किया है। नोडल अधिकारी उनसे सबंधित उपार्जन केंद्र पर खरीदी के लिये उत्तरदायी होंगे।
नोडल अधिकारी को प्रतिदिन उपार्जन केंद्र पर मौजूद रहना होगा। वे खरीदी केंद्र पर जरूरी व्यवस्थाओं से लेकर उपार्जन से सबंधित कठिनाइयों एवं शिकायतों के निराकरण के लिये भी जिम्मेदार होंगे। नोडल अधिकारियों को सुनिश्चित करना होगा कि खरीदी केंद्रों पर मानक गुणवत्ता (FAQ ) के धान का ही उपार्जन हो।
किसानों से समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन के लिये जिले में बनाये गये खरीदी केंद्रों के पर्यवेक्षण एवं मॉनिटरिंग हेतु उड़नदस्ता दल का गठन किया गया है। प्रभारी कलेक्टर श्रीमती जयति सिंह द्वारा इस बारे में आदेश जारी कर उड़नदस्ता दल के सदस्यों को धान खरीदी केंद्रों का आकस्मिक निरीक्षण करने एवं प्रतिवेदन कलेक्टर कार्यालय को प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये हैं।
आदेश के मुताबिक उड़नदस्ता दल परियोजना संचालक आत्मा परियोजना डॉ एस के निगम एवं उपसंचालक उद्यानिकी डॉ नेहा पटेल के निर्देशन में कार्य करेंगे। सात सदस्यों के इस उड़नदस्ता दल में शामिल सभी अधिकारी किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग के हैं।
इन अधिकारियों में सहायक भू-सर्वेक्षण अधिकारी मुकेश शर्मा को जबलपुर, सहायक संचालक कृषि विस्तार एवं प्रशिक्षण केंद्र श्रीमती पूनम पांडे को कुंडम, अनुविभागीय कृषि अधिकारी जबलपुर श्रीमती प्रतिभा गौर को पनागर, अनुविभागीय कृषि अधिकारी पाटन डॉ इंदिरा त्रिपाठी को पाटन, सहायक कृषि यंत्री एन एल मेहरा को शहपुरा, अनुविभागीय कृषि अधिकारी सिहोरा श्रीमती मनीषा पटेल को सिहोरा तथा सहायक संचालक कृषि श्रीमती कीर्ति टण्डन वर्मा को मझौली विकासखण्ड आबंटित किया गया है।
धान उपार्जन केंद्रों के पर्यवेक्षण एवं मॉनिटरिंग के लिये जिला कलेक्टर द्वारा गठित उड़नदस्ता दल ने आज शुक्रवार को परियोजना संचालक आत्मा डॉ एस के निगम के नेतृत्व में विकासखंड पाटन विकासखण्ड के वैष्णवी वेयर हाउस बोरिया और शिवशक्ति वेयर हाउस लोहारी का आकस्मिक निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान उड़नदस्ता दल में शामिल अधिकारियों ने किसानों से भी बातचीत की। किसानों से पूछा गया की खरीदी केंद्र में धान का वजन कितना लिया जा रहा है और उनसे किसी प्रकार का कोई कमीशन तो नहीं ले रहा है। किसानों ने बताया कि प्रति बोरी 40 किलो 600 ग्राम वजन तुलाई बताई गयी तथा किसी प्रकार का कोई कमीशन लिये जाने की बात नहीं कही गयी।
उड़नदस्ता दल द्वारा दोनों खरीदी केंद्र परिसर में नॉन एफएक्यू धान का ढेर पाये जाने पर केंद्र प्रभारियों को इसे सबंधित किसान को तुरंत वापस करने के निर्देश दिये गये। इसी प्रकार वैष्णवी वेयर हाउस में खरीद किये गये लॉट पर किसान कोड़ नहीं पाए जाने पर समस्त लॉट में किसान कोड लिखने हेतु निर्देशित किया गया।
निरीक्षण में किसानों से भी आग्रह किया गया कि खरीदी से संबंधित किसी भी समस्या पर तत्काल उड़नदस्ता दल या केंद्र के नोडल अधिकारी को सूचना दें। उड़नदस्ता दल में अनुविभागीय कृषि अधिकारी पाटन डॉ इंदिरा त्रिपाठी भी शामिल थीं।