मध्य प्रदेश की विद्युत कंपनियों के मुख्यालय शक्तिभवन में आज़ादी का अमृत महोत्सव व स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ समारोह उल्लास और उत्साह के साथ मनाया गया। पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक अनय द्विवेदी ने राष्ट्रीय ध्वज फहरा कर परेड की सलामी ली। अनय द्विवेदी ने कहा कि राज्य शासन द्वारा इंदिरा गृह ज्योति योजना, अटल किसान ज्योति योजना, स्वयं का ट्रांसफार्मर योजना, इंटीग्रेटेड पावर डेवलपमेंट स्कीम, दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना, सौभाग्य योजना, उदय योजना, आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश जैसी योजनाएं लागू की गई हैं।
उन्होंने बताया कि इन योजनाओं से प्रदेश के 83 प्रतिशत घरेलू बिजली उपभोक्ता और लगभग 32 लाख कृषि पम्प उपभोक्ता लाभान्वित हो रहे हैं। इन योजनाओं के सफल क्रियान्वयन से छोटे-छोटे गांवों में और गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले हितग्राहियों को बिजली उपलब्ध हो गई है। इस अवसर पर मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी लिमिटेड के प्रबंध संचालक मनजीत सिंह, मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के प्रबंध संचालक सुनील तिवारी, पावर ट्रांसमिशन कंपनी के डायरेक्टर अविनाश वाजपेयी, पावर जनरेटिंग कंपनी के डायरेक्टर प्रतीश कुमार दुबे, पावर मैनेजमेंट कंपनी के मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन व प्रशासन) राजीव गुप्ता सहित बड़ी संख्या में अधिकारी, कर्मचारी, सेवानिवृत्त कर्मी, महिलाएं और बच्चे उपस्थित थे।
एमडी अनय द्विवेदी ने कहा कि एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी ने प्रदेश की विद्युत कंपनियों के सहयोग से कुशल प्रबंधन एवं आधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुए वर्ष 2021-22 में लगभग 1331 करोड़ रुपए की अतिशेष बिजली को एक्सचेंज के माध्यम से विक्रय किया है। यह अभी तक की सर्वाधिक विक्रय है। आगामी रबी सीजन के कृषि कार्य हेतु मांग की पूर्ति के लिए इस वर्ष वर्षा काल के दौरान लगभग 3400 मिलियन यूनिट बिजली की बैंकिंग, अन्य प्रदेशों में करने की व्यवस्था की गई है। यही बिजली हमें रबी सीजन के दौरान प्रीमियम के साथ मिलेगी, जिससे प्रदेश के कृषि उपभोक्ताओं के साथ अन्य श्रेणी के उपभोक्ताओं को भी पर्याप्त बिजली की सप्लाई सुनिश्चित हो सकेगी। इस वित्तीय वर्ष में अप्रैल से जुलाई माह में 3470 मिलियन यूनिट अतिरिक्त विद्युत सप्लाई की गई, जो कि गत वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 12 प्रतिशत अधिक है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार हम गर्व से कह सकते हैं कि मध्यप्रदेश, देश के अंगुलियों में गिने जाने वाले उन राज्यों में से एक है, जहां सभी श्रेणी के बिजली उपभोक्ताओं को उनकी जरूरत के मुताबिक भरपूर बिजली मिल रही है।
ताप विद्युत गृहों द्वारा सतत व निर्बाध बिजली उत्पादन का रिकॉर्ड
अनय द्विवेदी ने कहा कि पावर जनरेटिंग कंपनी के ताप विद्युत गृहों की तीन इकाईयों श्री सिंगाजी ताप विद्युत गृह दोंगलिया की 600 मेगावाट की यूनिट क्रमांक एक तथा सतपुड़ा ताप विद्युत गृह सारणी की 250-250 मेगावाट क्षमता की यूनिट क्रमांक 10 और यूनिट क्रमांक 11 ने इतिहास में पहली बार 200 दिनों तक अनवरत विद्युत उत्पादन करने का रिकार्ड बनाया है। श्री सिंगाजी की 660-660 मेगावाट क्षमता की यूनिट क्रमांक 3 व 4 और संजय गांधी ताप विद्युत गृह बिरसिंगपुर की 210-210 मेगावाट क्षमता की यूनिट क्रमांक 3 व 4 ने 100 दिनों से अधिक अनवरत विद्युत उत्पादन करने का कीर्तिमान स्थापित किया है। प्रदेश की बिजली की दीर्घकालिक मांग को दृष्टिगत रखते हुए मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी और कोल इंडिया की साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड (एसईसीएल) के मध्य 660 मेगावाट क्षमता की एक यूनिट अमरकंटक ताप विद्युत गृह चचाई में स्थापित करने के लिए मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) इस वर्ष 17 जून को हस्ताक्षरित हुआ है। संभावना है कि यह यूनिट वर्ष 2027-28 में विद्युत उत्पादन प्रारंभ कर देगी। 660 मेगावाट क्षमता की दूसरी विद्युत यूनिट को सतपुड़ा ताप विद्युत गृह सारणी में स्थापित करने के ठोस प्रयास किए जा रहे हैं। इस यूनिट हेतु कोल लिंकेज व जल आवंटन प्राप्त कर लिया गया है। पावर जनरेटिंग कंपनी द्वारा ताप विद्युत गृहों में उपलब्ध भूमि और श्री सिंगाजी ताप विद्युत गृह की छतों पर सोलर विद्युत संयंत्रों की स्थापना के लिए मध्यप्रदेश ऊर्जा विकास निगम व सोलर कार्पोरेशन के संयुक्त उपक्रम रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर लिमिटेड के माध्यम से प्रयास किए जा रहे हैं।्र
पावर ट्रांसमिशन कंपनी ने किया नवाचार
एमडी अनय द्विवेदी ने कहा कि मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के लिए वित्तीय वर्ष 2021-22 उपलब्धियों से भरा रहा। ट्रांसमिशन कंपनी द्वारा इस दौरान 13 नए अति उच्चदाब सब स्टेशन, 1263.347 सर्किट किलोमीटर नई उच्चदाब लाइन का निर्माण एवं 3866 एमवीए ट्रांसफार्मर क्षमता वृद्धि की गई। एमपी ट्रांस्को द्वारा 2.63 प्रतिशत का ट्रांसमिशन लॉसेस का लक्ष्य हासिल किया गया। पावर ट्रांसमिशन कंपनी ने कुछ नवाचार भी किए। स्टेट लोड डिस्पेच सेंटर जबलपुर में साइबर सिक्योरिटी लागू करने वाला देश का पहला राज्य बन गया। इंदौर में पहली बार 220 केवी सब~स्टेशन में हाईब्रिड तकनीक का इस्तेमाल, भोपाल में नई तकनीक की अधिक लोड क्षमता सहन करने वाले एचटीएलएस कन्डक्टर का उपयोग, मध्यप्रदेश में पहली बार अति उच्चदाब लाइनों की ड्रोन के माध्यम से पेट्रोलिंग और अति उच्चदाब सब~स्टेशनों में ईआरपी का क्रियान्वयन, पाइल फाउंडेशन का उपयोग करते हुए तवा नदी में कंडक्टर क्रॉसिंग एवं समय से पूर्व ग्रीन एनर्जी प्रोजेक्ट का क्रियान्वयन नवाचार के उदाहरण हैं।
तीनों डिस्ट्रब्यूशन कंपनियां गुणवत्तापूर्ण बिजली आपूर्ति करने के लिए दृढ़्र संकल्पित
अनय द्विवेदी ने कहा कि प्रदेश की तीनों डिस्ट्रब्यूशन कंपनियां उपभोक्ताओं को सतत् व गुणवत्तापूर्ण बिजली आपूर्ति करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। डिस्किॉम द्वारा ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली आपूर्ति में किसी भी प्रकार की रुकावट न आए। उपभोक्ताओं की समस्याओं के निदान के लिए कॉल सेंटर के नंबर 1912 को लगातार सुदृढ़ किया जा रहा है। आईवीआरएस सिस्टम लागू कर उपभोक्ताओं को शिकायत दर्ज कराने के विकल्प उपलब्ध कराए गए हैं। रीडिंग, बिलिंग एवं कलेक्शन के क्षेत्र में वितरण कंपनियों द्वारा नए प्रयोग किए जा रहे हैं, जिनसे कंपनियों की कार्यक्षमता में वृद्धि हुई है। प्रदेश में पेपरलेस बिल की अवधारणा को लागू किया जा रहा है। बिजली उपभोक्ताओं को एमएमएस से बिजली बिल मिलना शुरू हो गए हैं। वर्तमान में वितरण कंपनियों के एटीएंडसी लॉसेस को कम करना आवश्यक है। विद्युत कंपनियों की वित्तीय स्थिति सुधार के लिए यह आवश्यक है कि उपभोक्ताओं द्वारा उपयोग की गई बिजली की बिलिंग की जाए एवं उस बिल की वसूली की जाए। श्री द्विवेदी ने कहा कि उन्हें यह जानकारी देते हुए हर्ष है कि टीएन्डडी व एटीएंडसी लॉसेस को कम करने की दिशा में वितरण कंपनियों ने कार्य शुरू कर दिया है, जिसके परिणाम शीघ्र ही सामने होंगे। उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में पिछले वर्ष की तुलना में कैश कलेक्शन में लगभग 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इस वित्तीय वर्ष के अप्रैल से जुलाई माह में पिछले वित्तीय वर्ष 2021-22 की इसी अवधि की तुलना में लगभग 24 फीसदी ज्यादा कैश कलेक्शन किया गया। जो यह बताता है कि हम सही दिशा में कार्य कर रहे हैं। अनय द्विवेदी ने स्वतंत्रता दिवस के इस अवसर पर, प्रदेश की सभी बिजली कंपनियों से आह्वान किया कि हम विद्युत सप्लाई को विश्वसनीय, आर्थिक रूप से टिकाऊ और उपभोक्ताओं के लिए खरीदने की सामथ्र्य बनाएं।
72 कर्मी पुरस्कृत
अनय द्विवेदी ने उत्कृष्ट कार्य निष्पत्ति और बेहतर प्रदर्शन के लिए बिजली कंपनियों के 72 कर्मियों को पदक व प्रमाण पत्र प्रदान किए। वर्ष 2021-22 में न्यूनतम विद्युत दुर्घटना के लिए हरदा संचारण-संधारण सर्किल को प्रथम स्थान की चलित शील्ड प्रदान की गई। द्वितीय स्थान पर होशंगाबाद व उज्जैन संचारण-संधारण सर्किल रहे। वर्ष भर में खेल एवं कला गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए श्री सिंगाजी ताप विद्युत गृह दोंगलिया खंडवा, केन्द्रीय कार्यालय जबलपुर और सतपुड़ा ताप विद्युत गृह सारणी को चलित शील्ड प्रदान की गई। समारोह में सुरक्षा विभाग के बैंड दल ने रमेश चंद्रावत के नेतृत्व में राष्ट्रीय भावना से ओतप्रोत मधुर धुनों को प्रस्तुत किया। परेड का नेतृत्व वरिष्ठ सुरक्षा उपनिरीक्षक प्रवीन कपूर ने किया। कार्यक्रम का संचालन जनसम्पर्क अधिकारी पंकज स्वामी ने एवं आभार प्रदर्शन मुख्य महाप्रबंधक मानव संसाधन व प्रशासन राजीव गुप्ता ने किया।