मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक गणेश शंकर मिश्रा ने सभी वृत्तों के मैदानी अधिकारियों से कहा कि बिलिंग दक्षता को बढ़ाते हुए बिजली चोरी पर प्रभावी अंकुश लगाया जाए ताकि सकल तकनीकी एवं वाणिज्यिक हानियों (एटीएंडसी) को कम किया जा सके। उन्होंने शहरी क्षेत्रों में प्रति यूनिट नकद राजस्व वसूली बढ़ाने के लिए तेजी से कार्य करने पर बल दिया। प्रबंध संचालक गणेश शंकर मिश्रा बुधवार को गोविन्दपुरा स्थित पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन ट्रेनिंग सेन्टर के सभागार में सभी वृत्तों के महाप्रबंधकों की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर कंपनी के निदेशक (तकनीकी) डीपीएस यादव, निदेशक (वाणिज्य) सुधीर कुमार श्रीवास्तव तथा क्षेत्रीय मुख्य महाप्रबंधक सहित सभी महाप्रबंधक उपस्थित थे।
प्रबंध संचालक ने इस अवसर पर कहा कि गैर घरेलू और इंडस्ट्रियल पॉवर श्रेणी के उपभोक्ताओं के खराब तथा जले मीटरों को तत्काल बदला जाए। साथ ही थेफ्ट प्रोन एरिया को चिन्हित कर वहाँ सघन चेकिंग अभियान चलाकर ऑटो कट ऑफ वितरण ट्रांसफार्मर लगाये जाएं ताकि कंपनी के राजस्व नुकसान को रोका जा सके। उन्होंने सब-ट्रांसमिशन एवं मेंटीनेन्स (एसटीएम) के अधिकारियों को सचेत किया कि वे अपने काम में सुधार लायें अन्यथा उनके विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने बकायादारों के कटे कनेक्शन चेक करने के निर्देश और कहा कि बकाया राशि जमा होने पर ही कनेक्शन जोड़े जाएं। स्थाई रूप से विच्छेदित कनेक्शन से वसूली हेतु नियमानुसार भू-राजस्व संहिता के अंतर्गत ड्यूज रिकव्हरी एक्ट के तहत कार्यवाही की जाए।
प्रबंध संचालक गणेश शंकर मिश्रा ने कहा कि उपभोक्ताओं को घोषित अवधि में विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के साथ-साथ राजस्व संग्रहण पर भी ध्यान दिया जाए। उन्होंने सभी मैदानी अधिकारियों से कहा कि वे विद्युत उपकेन्द्र के लिए निर्धारित मानक संचालन प्रक्रिया, मेंटिनेंस मैन्युअल एवं परमिट नियम का पालन कराने के साथ ही सुरक्षा उपकरणों का उपयोग सुनिश्चित कराएं। उन्होंने उपभोक्ताओं से व्यवहार को लेकर स्पष्ट किया कि उपभोक्ताओं के प्रति संवेदनशील बनें और उपभोक्ताओं से अच्छा व्यवहार करें।