मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि विश्वव्यापी आपदा कोरोना वायरस की तीसरी लहर देश, प्रदेश के साथ-साथ जबलपुर में बहुत तेजी से फैल रही है, जिसके शिकार आम आदमी के साथ-साथ फ्रंट लाईन वर्कर एवं शिक्षक भी हो रहे हैं। कोविड-19 कोरोना महामारी के संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव में शिक्षकों की भी डयूटी कोविड कंट्रोलरूम, कोविड हेल्प डेस्क में लगाई गई है।
संघ ने कहा कि बोर्ड परीक्षायें नजदीक हैं, जिसके दृष्टिगत सभी शासकीय विद्यालय वर्तमान अपनी 50 प्रतिशत समता से पूरे समय संचालित हो रहे हैं साथ शिक्षकों द्वारा ऑन लाईन पढाई भी कराई जा रही है। यदि शिक्षकों की डयूटी कोरोना कंट्रोल रूम में ड्यूटी लगाई जाती है, तो इसका दुष्प्रभाव छात्रों की पढ़ाई तथा परीक्षा परिणामों पर पड़ेगा।
संघ दुर्गेश पाण्डे, आदित्य दीक्षित, सुनील राय, अजय ठाकुर, राकेश उपाध्याय, अभिषेक मिश्रा, राजकुमार सिंह, देवदत्त शुक्ला, सोनल दुबे, विजय कोष्टी, सुदेश पाण्डे, पवन ताम्रकार, मनीष लोहिया, मनीष शुक्ला, महेश कोरी, मो. तारिक, धीरेन्द्र सोनी, नितिन अग्रवाल, श्यामनारायण तिवारी, संतोष तिवारी, गणेश उपाध्याय, विनय नामदेव, प्रियांशु शुक्ला, सतीश पटैल, रमाकांत पटेल, मनोज सेन, आनंद रैकवार, प्रणव आदि ने कलेक्टर जबलपुर से मांग की है कि बोर्ड परीक्षओं के दृष्टिगत शिक्षकों को कोरोना डयूटी से मुक्त रखा जाए।