मध्य प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि नेता जी सुभाष चन्द्र बोस मेडिकल कॉलेज व चिकित्सालय में पदस्थ कर्मचारियों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
संचालनालय चिकित्सा शिक्षा एवं वित्त विभाग के आदेश को ठेंगा दिखाते हुए अभी तक एनपीएस योजनांतर्गत समस्त स्वशासी कर्मचारी व अधिकारियों को उनके प्रान नम्बर आवंटित नहीं किये गये है। प्रान नम्बर आवंटित नहीं होने के फलस्वरूप कर्मचारियों की नवीन अंशदायी पेंशन योजना की कटौती नहीं हो पा रही है, जिसके कारण उन्हें प्रतिमाह हजारो रूपये का आर्थिक नुकसान के साथ पेंशन में भी हानि उठाना पडेगी।
वहीं कोविड 19 महामारी में कार्यरत कोरोना योद्धा जो कि चिकित्सालय में अपने दायित्व का निर्वहन करते हुए संक्रमण का शिकार हुए है उनको संक्रमण होने के उपरांत नियमानुसार 14 दिन का संगरोध अवकाश स्वीकृत किया जाना चाहिए, परन्तु नहीं किया जा रहा है, जबकि चिकित्सालय में पदस्थ सभी चिकित्सकों को पूर्व से ही यह संगरोध अवकाश स्वीकृत किया जा रहा है।
इसके अलावा आयुष्मान से मिलने वाला मानदेय तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को प्राथमिकता के तहत भुगतान किये जाने के निर्देश हैं, परन्तु उसमें भी हीलाहवाली की जा रही है। उक्त समस्याओं के चलते कर्मचारियों एवं अधिकारियों में भरी रोष व्याप्त है।
संघ के वीरेन्द्र तिवारी, आलोक अग्निहोत्री, घनश्याम पटेल, रमेश उपाध्याय, साहिल सिद्दीकी, प्रशांत श्रीवास्तव, अजय दुबे, अमित विश्वकर्मा, प्रशांत बिनजोलिया, राजू मस्के, गोपाल नेमा, विवके सोनी, राजकुमार मिश्रा, ब्रजेश मिश्रा, नितिन शर्मा, विष्णु पाण्डेय, श्याम नाराण तिवारी, महेश कोरी, मो. तारिक, वीरेन्द्र सोनी, संतोष तिवारी, प्रियांशु शुक्ला आदि ने चिकित्सा मंत्री को मांग पत्र ईमेल के माध्यम से भेजकर कोरोना योद्धाओं की लंबित समस्याओं से अवगत कराते हुए शीघ्र निराकरण कराये जाने का आग्रह किया गया है।