मध्य प्रदेश विद्युत मंडल तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रांतीय महासचिव हरेंद्र श्रीवास्तव ने जारी विज्ञप्ति में प्रदेश सरकार से मांग की है कि कोरोना जैसी वैश्विक बीमारी से पूरे विश्व एवं भारत में लाखों लोग असमय काल के गाल में समा गए।
विश्व के लगभग सभी देशों में कोरोना महामारी से बचाव के लिए वैक्सीनेशन किया जा रहा है। भारत में भी सभी राज्यों में नर्सिंग स्टाफ, फ्रंटलाइन वर्कर्स तथा सीनियर सिटीजन को कोरोना का टीका लगाया जा रहा है।
लेकिन मध्यप्रदेश के 52 जिलों की विद्युत व्यवस्था को चलायमान रखने वाला विद्युत विभाग का फ्रंटलाइन वर्कर तकनीकी कर्मचारी (लाइनमैन), जो फ्रंट पर जाकर लगातार 24 घंटे अपनी सेवाएं देकर बिजली व्यवस्था को सुचारू रखने में अहम भूमिका निभा रहा है।
विद्युत विभाग का चाहे नियमित लाइनमैन हो, संविदा कर्मचारी या फिर ठेका श्रमिक हो, सभी के द्वारा कोरोना काल में विद्युत व्यवस्था को सुचारु रखने में अहम भूमिका निभाई गई है। इसके बावजूद ये सभी कर्मचारियों को फ्रंटलाइन वर्कर नहीं माना जा रहा है और कोरोना वैक्सीनेशन से वंचित रखा जा रहा है।
संघ के हरेंद्र श्रीवास्तव, रमेश रजक, एसके मौर्या, एसके शाक्य, जेके कोष्टा, अजय कश्यप, मोहन दुबे, राजकुमार सैनी, शशि उपाध्याय, महेश पटेल, अरुण मालवीय, इंद्रपाल सिंह, संजय वर्मा, पीके मिश्रा, राकेश नामदेव, दशरथ शर्मा, मदन पटेल, राजेश यादव, लखन राजपूत, ख्यालीराम, राम शंकर आदि ने प्रदेश सरकार एवं विद्युत मंडल की सभी उत्तरवर्ती कंपनियों के प्रबंधकों से मांग की है कि कार्यपालन अभियंता कार्यालय के समक्ष शिविर लगाकर कोरोना महामारी से बचाव के लिए सभी कर्मचारियों का टीकाकरण किया जाए।