सरकारी कार्यालयों में पदस्थ सहायक ग्रेड-तीन के लिपिक संवर्ग का समान कार्य समान वेतन संवैधानिक अधिकार है, रमेश चंद्र शर्मा की समिति यह वेतनमान देने 8 वर्ष पूर्व अनुसांसा कर चुकी है, यह समिति भी सरकार ने ही बनाई थी। लेकिन आज भी वेतन विसंगति नहीं सुधारी गई। काम एक लेकिन वेतन अलग अलग दिया जा रहा है।
मध्य प्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के जिलाध्यक्ष अटल उपाध्याय ने बताया कि आज राजधानी भोपाल स्थित मंत्रालय के सहायक ग्रेड तीन लिपिक को 3200, दूसरे कार्यालयों के लिपिक को 2400 ग्रेड पे, दूसरा समयमान वेतनमान ग्रेड पे 3600 दिया जा रहा है, वहीं प्रदेश के अन्य सभी कार्यालयों के सहायक ग्रेड तीन लिपिकों को 2800 ग्रेड पे दिया जा रहा।
संरक्षक योगेंद्र दुबे ने रोष व्यक्त करते हुए बताया है कि कार्यालयों के सहायक ग्रेड तीन लिपिक आनलाइन वित्तीय प्रबंधन, राजस्व वसूली, रजिस्ट्री ,आरटीओ पंजीयन, सूचना प्रणाली, आईएफएमआईएस, पेपर फाइलिंग, इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटराजड स्टोरिंग डेटाबेस सिस्टम, ऑनलाइन कार्यपद्धति के साथ नियमित, स्थापना, लेखा, भंडार ऑडिट, बजट विधानसभा, सीएम हेल्पलाइन सूचना का अधिकार आवक-जावक जैसे आधारभूत कार्य के साथ स्थानीय प्रशासन द्वारा जनगणना, टीकाकरण, बीएलओ, मतदाता पर्ची वितरण, चुनाव कार्य जैसे महत्वपूर्ण दायित्व निर्वाहन कर रहे हैं और महत्वाकांक्षी योजनाएं को अमलीजामा पहनाते हैं।
मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र सिंह, महेंद्र शर्मा ने बताया है कि सभी कार्यालयों के लिपिकों का कार्य मंत्रालय के लिपिकों की तुलना में अधिक चुनौतीपूर्ण है। मैदानी सहायक ग्रेड-3 को ऑपरेटर/सह लिपिक के समान 3200 रुपए ग्रेड पर स्वीकृत किया जाये। मैदानी सहायक ग्रेड-3 को मंत्रालय के समान द्वितीय समयमान वेतनमान (9300–34800+ग्रेड पे 3600) स्वीकृत किया जाये।
मध्यप्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा संरक्षक योगेन्द्र दुबे, जिला अध्यक्ष अटल उपाध्याय, नरेश शुक्ला, विश्वदीप पटेरिया, संतोष मिश्रा, संजय गुजराल, देव दोनेरिया, प्रशांत सोधिया, धीरेंद्र सिंह, मुकेश मरकाम, यूएस करोसिया, कपिल दुबे, रविकांत दहायत, मनीष बाजपाई, सतीश उपाध्याय, अजय दुबे, रवि बांगड़, मनोज राय, विनय नामदेव, दुर्गेश पाण्डे, बृजेंद्र मिश्रा ने प्रदेश के सभी कार्यालयों के सहायक ग्रेड-तीन को भी मंत्रालय के समान समयमान ग्रेड पे देने की माँग की है।