मध्य प्रदेश की विद्युत कंपनियों में जमीनी स्तर पर तकनीकी कर्मचारियों की बेहद कमी है। जिस कारण मौजूदा लाइन कर्मियों के ऊपर काम का भारी दबाव है।
स्थिति ये है कि एक लाइन कर्मी से उपभोक्ताओं की शिकायतों के निराकरण से लेकर राजस्व वसूली तक के कार्य कराए जा रहे हैं। साथ ही तकनीकी कर्मचारियों की कमी के चलते उन्हें एक दिन का भी अवकाश नहीं दिया जा रहा है।
अधिकारियों के बेजा दबाव और काम के बोझ के चलते लाइन कर्मी बीमार पड़ रहे हैं और असमय मौत का शिकार बन रहे हैं। बावजूद इसके उनकी कहीं सुनवाई नहीं हो रही है।
जानकारी के अनुसार मप्र पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के अंतर्गत जबलपुर सिटी सर्किल के दक्षिण संभाग के उप संभाग पुरवा में पदस्थ सहायक लाइनमैन लक्ष्मण बर्मन उम्र 54 वर्ष के सीने में एक सप्ताह से दर्द था।
इस पर उनके परिजनों के द्वारा 29 जनवरी को उन्हें दीनदयाल चौक के पास निजी अस्पताल में भर्ती कर दिया। लेकिन 31 जनवरी को रात 8 बजे उनकी हॉस्पिटल में उपचार के दौरान हार्ट अटैक आने से मृत्यु हो गई। लक्ष्मण बर्मन अपने परिवार में पत्नी एवं तीन बच्चों को छोड़ गए हैं।
मप्र विद्युत मंडल तकनीकी कर्मचारी संघ के हरेन्द्र श्रीवास्तव, अजय कश्यप, मोहन दुबे, राजकुमार सैनी, जेके कोष्टा, शशि उपाध्याय, महेश पटेल, अरुण मालवीय, इंद्रपाल सिंह, महेंद्र पटेल, अमीन अंसारी आदि ने दिवंगत साथी कर्मचारी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए पूर्व क्षेत्र कंपनी प्रबंधन से विद्युत कर्मी के परिवार के एक सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति देने की मांग की है।