जबलपुर के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एंबुलेंस संचालकों को द्वारा की गई एक वृद्धा की हत्या के बाद जिला प्रशासन ने एंबुलेंस संचालकों पीआर सख्ती करना शुरू कर दिया है। सोमवार को हुई समय सीमा बैठक में कलेक्टर डॉ इलैयाराजा टी द्वारा दिये गए आदेश के परिपालन में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ रत्नेश कुररिया ने शाम 6 बजे अपने कार्यालय में जिले के समस्त कार्यक्रम नोडल अधिकारी व ब्लॉक ओआईसी की मीटिंग आयोजित की। सभी को जबलपुर कलेक्टर के आदेशों का अक्षरसः पालन करने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
बैठक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ रत्नेश कुररिया ने निर्देश दिये कि जबलपुर मेडिकल कॉलेज एवं जिला चिकित्सालय के कैम्पस में किसी भी निजी संस्था की एम्बुलेंस का संचालन न किया जावे। समाधान ऑनलाइन में 100 दिवस से अधिक की शिकायतों का समीक्षा कर तुरंत निराकरण करना । जेएसवाई/पीएसवाई की 212 शिकायतों को तुरंत दूर करना। आशा व एएनएम की बैठक मंगलवार व शुक्रवार को न रखकर बुधवार व गुरुवार को आयोजित की जावे।
इसके अलावा चिकित्सकों की शतप्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित की जावे और यदि कोई चिकित्सक लंबे अवकाश पर है तो प्रपत्र में पूर्ण जानकारी भर कर दी जाए। चिकित्सालय एवं कार्यालय में साफ-सफाई का विशेष ध्यान दिया जाये। जिला पोषण पुनर्वास केंद्र अंतर्गत ब्लॉक के मेडिकल ऑफिसर तथा सीडीपीओ प्रत्येक सप्ताह मीटिंग करें एवं जिला स्तर पर भी बैठक आयोजित करें। 25 मार्च 2022 से पहिले सभी लंबित देयकों का भुगतान किया जाना है। प्रत्येक मंगलवार को कलेक्टर महोदय द्वारा की जाने वाली जनसुनवाई में किसी जिला स्तरीय अधिकारी को ही भेजा जावे।