मध्य प्रदेश लघु वेतन कर्मचारी संघ विभागीय समिति अध्यक्ष प्रमोद कुमार ने जारी विज्ञप्ति में बताया है कि चिकित्सा शिक्षा विभाग में पदोन्नति के नाम पर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के साथ धोखा हो रहा है। संघ द्वारा सोमवार को डीन मेडिकल कॉलेज जबलपुर को 3 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन दिया गयाहै। जिसमें कहा गया है कि संस्था में हर भर्ती में नए नियम लागू किए जा रहे हैं तथा रोस्टर का परिपालन सुव्यवस्थित तरीके से नहीं हो पा रहा है।
संघ के संज्ञान में आया है कि वर्तमान में जो भर्ती स्थानीय स्तर पर की जाना थी, उसे प्रदेश स्तर से भरने पर कर्मचारियों में भारी रोष व्याप्त है। पदोन्नति के नाम पर इस तरह का छलावा किया जाना न्याय उचित नहीं है, जबकि आरक्षण को लेकर सरकार में मंत्री परिषद की मीटिंग हो रही है, जिसमें अभी कोई निर्णय नहीं निकल पाया है। चिकित्सा शिक्षा विभाग में सामान्य प्रशासन विभाग के भर्ती नियम ना मानकर स्वयं अपने तरह के भर्ती नियम कर्मचारियों पर थोपे जा रहे हैं। संघ ने चेतावनी दी है कि इस संपूर्ण भर्ती प्रक्रिया पर तत्काल प्रतिबंध लगाया जाए, अन्यथा संघ प्रदेश स्तरीय आंदोलन करेगा। जिसकी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होगी।
इस दौरान संघ के कार्यकारी संभागीय अध्यक्ष विपिन पीपरे, विभागीय समिति अध्यक्ष प्रमोद कुमार, रविंद्र राय महेंद्र साहू, संजय रजक, राजेश बैगा, दशरथ बाल्मिक, सुनील पाठक, देवेंद्र अहिरवार, सुरेश बाल्मीकि, समर सिंह ठाकुर, राम नरेश पटेल, गणेश अहिरवार, सोन सिंह, अजय बर्मन, सेवाराम, हेमंत पांडे, कृष्ण कुमार पांडे, अंजनी कनौजिया, कलावती, दुर्गा, पूनम नामदेव, नीलम यादव, तनुजा पाठक, आरती कदम, ममता वैद्य एवं भारी संख्या में संघ के पदाधिकारी और कर्मचारी साथी उपस्थित रहे।