मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि स्वास्थ्य विभाग में नेत्र सहायक, एमपीडब्ल्यू एएनएम आदि पदों पर कार्यरत सैंकडों लोक सेवकों को 10, 20 एवं 30 वर्षों की सेवा उपरांत प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय समयमान वेतनमान दिये जाने के आदेश तो जारी किये जा चुके हैं, किन्तु विभाग द्वारा कोष एवं लेखा से सेवापुस्तिकाओं में वेतन निर्धारण का अनुमोदन न लिये जाने के फलस्वरूप उन कर्मियों को समयमान वेतनमान का लाभ आज तक प्राप्त नहीं हो रहा है।
वहीं जनवरी एवं जुलाई 2020 की रोकी गई वेतन वृद्धि एरियर्स की 50 प्रतिशत राशि जिसका भुगतान माह नवम्बर 2021 में होना था, वह भी आज तक लंबित रखा गया है। विभाग की उदासीनता एवं लापरवाही के चलते सैंकडों कोरोना योद्धा आर्थिक लाभ से वंचित हो रहे हैं। जिससे उनमें भारी आक्रोश व्याप्त है।
संघ के योगेन्द्र दुबे, अर्वेन्द्र राजपूत, संजय यादव, मुकेश सिंह, मिर्जा मंसूर बेग, आलोक अग्निहोत्री, दुर्गेश पाण्डे, आशुतोष तिवारी, डॉ संदीप नेमा, रामशंकर शुक्ला, एमएल शर्मा, केपी दुबे, संतकुमार छीपा, श्रीराम झारिया, श्यामबाबू मिश्रा, प्रमोद पासी, देवेन्द्र प्रताप सिंह, राकेश राव, सत्येन्द्र ठाकुर, राकेश सेंगर, प्रकाश जैन, श्यामनाराण तिवारी, धीरेन्द्र सोनी, मो तारिक, संतोष तिवारी, महेश कोरी आदि ने कलेक्टर जबलपुर से मांग की है कि कोरोना योद्धाओं को समयमान वेतनमान का लाभ तथा वेतन वृद्धि एरियर्स की 50 प्रतिशत राशि के शीघ्र भुगतान के निर्देश दिये जाएं।