मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी ने प्रदेश आगर जिले के नलखेड़ा 220 केवी सब-स्टेशन में 63 एमवीए क्षमता का एक अतिरिक्त पावर ट्रांसफार्मर को स्थापित कर जिले की पारेषण क्षमता में उल्लेखनीय बढ़ोत्तरी की है। इस नये 63 एमवीए क्षमता के पावर ट्रांसफार्मर के उर्जीकृत होने से 220 केवी सब-स्टेशन नलखेड़ा की 132 केवी साइड में स्थापित ट्रांसफार्मेशन क्षमता बढ़कर 103 एमवीए की हो गई है, इस क्षमता वृद्धि के कारण क्षेत्र के उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण सतत विद्युत उचित वोल्टेज स्तर पर प्राप्त हो सकेगी।
मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के परीक्षण एवं संचार वृत्त उज्जैन के अधीक्षण अभियंता इंजी. महेश कनाडे ने बताया कि आगर जिले में मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी 220 केवी के दो सब-स्टेशन तथा 132 केवी के 2 सब-स्टेशनों के माध्यम से विद्युत पारेषण करती है। आगर जिले में पहला अति उच्च दाब का सब-स्टेशन 1982 में आगर में स्थापित हुआ था। इस 132 केवी के सब-स्टेशन की क्षमता उस समय 12.5 एमवीए की थी।
आगर जिले में स्थित अन्य सब-स्टेशनों में 220 केवी सब-स्टेशन नलखेड़ा की क्षमता 160 एमवीए (220 केवी साइड) तथा 103 एमवीए (132 केवी साइड) है। इसके अलावा 132 केवी सब-स्टेशन आगर की क्षमता 80 एमवीए, 132 केवी सब-स्टेशन सुसनेर की क्षमता 120 एमवीए तथा 220 केवी सब-स्टेशन बड़ौद की क्षमता 320 एमवीए (220 केवी साइड) 90 एमवीए (132 केवी साइड) है।
इस तरह आगर जिले में मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी की कुल स्थापित ट्रांसफार्मेशन क्षमता बढ़कर 873 एमवीए की हो गई है। नलखेड़ा 220 केवी सब-स्टेशन से 33 केवी के 4 फीडरों के माध्यम से आगर जिले के धारोला, लासुदलिया केलवा, नलखेड़ा वाटर वर्क्स क्षेत्र के 30,000 से अधिक उपभोक्ताओं को विद्युत आपूर्ति की जाती है।