मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कम्पनी अब नये उपकेन्द्र रिमोट कंट्रोल ऑपरेशन सिस्टम आधारित बनायेगी। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बताया है कि वर्तमान उपकेन्द्रों को भी रिमोट कंट्रोल ऑपरेशन सिस्टम में बदलने के प्रयास किये जायेंगे। इससे पारेषण लाइनों के संधारण और संचालन में सुधार होगा।
ऊर्जा मंत्री ने बताया है कि अति उच्च-दाब उपकेन्द्र और पारेषण लाइनों में हुए व्यापक विस्तार को देखते हुए अति उच्च-दाब उपकेन्द्र के संचालन के लिये मैदानी कार्यालयों के सेटअप में गुना एवं मंदसौर जिलों में परीक्षण एवं संचार वृत्तों का गठन किया गया है। साथ ही नरसिंहपुर एवं सिंगरौली में परीक्षण संभाग तथा उज्जैन, मंदसौर एवं बदनावर में 400 के.व्ही. उपकेन्द्र संभाग बनाये गये हैं। आष्टा, पीथमपुर एवं जुलवानिया में अस्थाई तौर पर क्रियाशील 400 केव्ही उपकेन्द्र संभागों को नियमित संभागों में परिवर्तित किया गया है।
अति उच्च-दाब लाइनों के संधारण के लिये वर्तमान में क्रियाशील 3 अति उच्च-दाब संधारण वृत्तों के अतिरिक्त एक अति उच्च-दाब संभाग वृत्त ग्वालियर का सृजन किया गया है। साथ ही क्रियाशील 8 अति उच्च-दाब संधारण संभागों के अतिरिक्त 4 अति उच्च-दाब संधारण संभाग उज्जैन, बड़वाह, बीना एवं सिवनी का सृजन किया गया है।