मध्यप्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा जबलपुर संरक्षक योगेंद्र दुबे, जिला अध्यक्ष अटल उपाध्याय ने बताया है कि पंचायत चुनाव में मतदान दलों की सुरक्षा के लिए होमगार्ड कर्मी, वन सुरक्षा कर्मी और कुछ स्थानों में कोर्ट मुहर्रिर के महिला कर्मचारियों की डियूटी बिना सुरक्षा उपकरणों के लगाई गई थी, जबकि महिला कर्मचारियों को रात्रि में पुरुष कर्मचारियों के साथ नहीं रुकना रहता, मतलब रात भर बिना सुरक्षा कर्मी के दल रहा। पाटन के अंतर्गत अनेक मतदान केंद्र इसके उदाहरण है।
मध्यप्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा जबलपुर के पदाधिकारियों ने बताया है की पुलिस सुरक्षा न होने से मतदान दल के पीठासीन अधिकारी और उसका सहयोगी दल अपशदों को सुनने मजबूर है। मतदान दल कर्मचारियों को निर्धारित दर पर नास्ता, चाय, दो समय का खाना नहीं दिया जा रहा है। पीने के पानी और कूलर पंखे, टेबल, पलँग नहीं दिए जा रहे हैं। कीडे-मच्छरों के बीच जमीन पर सोना पड़ रहा है। बावजूद इसके कर्मचारियों द्वारा अपनी ड्यूटी लगन से की जा रही है।
संघ ने बताया कि कुछ मतदान दलों से दो समय खाने के दो सौ रुपये लिए गए है। कर्मचारी संघों के पदाधिकारियों ने राज्य निर्वाचन आयोग और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को ज्ञापन सौंपकर मतदान करवाने वाले समस्त अधिकारियों को पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करने की मांग की है।
मध्यप्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा जबलपुर संरक्षक योगेंद्र दुबे, जिलाध्यक्ष अटल उपाध्याय, संतोष मिश्रा, नरेश शुक्ला, विश्वदीप पटेरिया, मुकेश चतुर्वेदी, संजय गुजराल,
धीरेन्द्र सिंह, मुकेश मरकाम, प्रशांत सोंधिया, रविकांत दहायत, देव दोनेरिया, एसके बांदिल, प्रदीप पटेल, अजय दुबे, योगेंद्र मिश्रा, दुर्गेश पांडेय, मंसूर बेग, नितिन अग्रवाल, आशुतोष तिवारी, राकेश उपाध्याय, नरेंद्र सेन ने चुनाव कार्य में लगे सभी अधिकारियों को पूर्ण सुरक्षा और कर्मचारियों को मानदेय देने की मांग की है