मध्यप्रदेश की पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने एक वर्ष में उच्च दाब औद्योगिक इकाइयों को कुल 785 करोड़ रुपए की छूट दी है। इसमें सबसे ज्यादा छूट 201 करोड़ रुपए की पावर फैक्टर राहत के रूप में प्रदान की गई है। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि बिजली उद्योगों के संचालन, रोजगार और उन्नति के लिए बहुत आवश्यक है। उद्योगों को गुणवत्तापूर्ण बिजली आपूर्ति एवं यथासंभव राहत पहुँचाना शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने बताया कि मालवा और निमाड़ के 4 हजार 200 उच्च दाब कनेक्शनधारी उपभोक्ताओं, उद्योग संचालकों की शासन के अनुसार हर संभव मदद की जा रही है। प्रबंध निदेशक ने बताया कि सबसे ज्यादा छूट पावर फैक्टर के रूप में 201 करोड़ रुपए की दी गई है।
इसी तरह रात्रिकालीन बिजली उपयोग पर 180 करोड़ रुपए, शासन की सब्सिडी के रूप में 106 करोड़ रुपए, इंक्रीमेंटल छूट के रूप में 105 करोड़ रुपए, ग्रीन फील्ड छूट के रूप में 88 करोड़ रुपए, नए कनेक्शनों को विशेष छूट के रूप में 49 करोड़ रुपए की राहत दी गई है। इसी तरह केप्टिव छूट, ऑन लाइन भुगतान छूट, एडवांस पैमेंट छूट, प्राम्प्ट पैमेंट छूट आदि के रूप में भी करोड़ों की राहत प्रदान की गई है।
अमित तोमर ने बताया कि शासन और बिजली कंपनी का उद्देश्य उच्चदाब उपभोक्ताओं, उद्योग संचालकों को गुणवत्ता से बिजली प्रदान करना, शासन के आदेशों के अनुसार राहत देना और रोजगार बढ़ाने के लिए हरसंभव मदद करना है। उन्होंने बताया कि सभी इस वर्ग के उपभोक्ताओं के लिए कंपनी स्तर पर विशेष प्रकोष्ठ है, जिसमें अधीक्षण यंत्री स्तर के दो अधिकारी पर्यवेक्षण करते है, जबकि सभी 15 सर्कल में मैदानी अधीक्षण यंत्री आपूर्ति पर सतत निगाह रखते है, जहां भी तकनीकी कठिनाई आती है, तुरंत समाधान किया जाता हैं।