मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी ने मध्यप्रदेश औद्योगिक विकास निगम की आवश्यकतानुासर नर्मदापुरम जिले के मोहासा-बावई औद्योगिक कारीडोर में आईनाक्स ऑक्सीजन प्लांट के लिये 48.9 करोड की अनुमानित लागत से 132 केवी का नया अति उच्चदाब विद्युत सब-स्टेशन तैयार किया है 63 एमवीए क्षमता के साथ गत दिवस इसे हयूमन मशीन इंटरफेस तकनीक के जरिये जबलपुर कंट्रोल रूम से रिमोट द्वारा ऊर्जीकृत किया गया । प्रदेश में रिमोट से ऊर्जीकृत होने वाला 132 केवी सब-स्टेशन ढ़ीमरखेडा (कटनी) के बाद यह दूसरा अति उच्चदाब का सब-स्टेशन है इस सब-स्टेशन के ऊर्जीकृत होने से न केवल ऑक्सीजन प्लांट सहित मोहासा बावई औद्योगिक कारीडोर की विभिन्न इकाईयों को उचित वोल्टेज की गुणवत्तापूर्ण बिजली उपलब्ध हो सकेगी बल्कि इस क्षेत्र से जुडे़ मोहासा, माधवन, झासरसेठ, गोरदियामोती, पीलाखखार, चापलासर, मकोडिया, संगाखेड़ाकलां सहित लगभग 30 गांवों के करीब 4000 घरेलू एवं कृषि विद्युत उपभोक्ताओं को भी न्यूनतम व्यवधान के साथ गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति उपलब्ध रहेगी।
150 मीट्रिक टन प्रतिदिन उत्पादन क्षमता के आईनाक्स ऑक्सीजन प्लांट को 132 केवी वोल्टेज लेबल पर विद्युत सप्लाई की आवश्यकता थी जिसके मद्देनजर मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी ने मोहासा-बावई औद्योगिक कारीडोर में एक अति उच्चदाब सब-स्टेशन बनाने का निर्णय लिया ताकि जीवन रक्षक ऑक्सीजन प्लांट को सुलभ और भरोसेमंद सप्लाई उपलब्ध रहे। इसके लिये 220 केवी सब-स्टेशन बुदनी से 132 केवी की डबल सर्किट सप्लाई नवाचार करते हुये प्रदेश में पहली बार पाईल फाउंडेशन के सहारे लायी गई, और सब-स्टेशन का निर्माण समय से पहले पूर्ण कर लिया गया।
मोहासा बावई मध्यप्रदेश का 409वां अति उच्चदाब का सब-स्टेशन है, मध्यप्रदेश में इस समय 400 केवी के 14 सब-स्टेशन, 220 केवी के 86 सब-स्टेशन तथा 132 केवी के 309 सब-स्टेशन संचालित है। मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी के लिये इस सब-स्टेशन एवं अति उच्चदाब लाइनों का निर्माण मेसर्स श्याम स्टील ने किया है।