Thursday, December 19, 2024
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एमपी पावर ट्रांसमिशन कंपनी ने भोपाल में स्थापित किया मेंटेनेंस फ्री विद्युत सब-स्टेशन

मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी ने नवाचार करते हुये मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के पारेषण नेटवर्क को मजबूती और विश्वसनीयता प्रदान करने के लिए प्रदेश का दूसरा तथा भोपाल का पहला जीआईएस (गैस इंसूलिटेड स्विच गियर सब-स्टेशन) का निर्माण पूरा कर लिया है। करीब 38 करोड़ रूपये की कुल अनुमानित लागत से भोपाल की घनी आबादी स्थित ई-8 अरेरा कालोनी में 50 MVA क्षमता के साथ इस सबस्टेशन को ऊर्जीकृत किया गया। 

मध्यप्रदेश का यह दूसरा जीआईएस अति उच्चदाब सब-स्टेशन है, जो मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी के पारेषण नेटवर्क में जुडा है। इस सब-स्टेशन के प्रारंभ हो जाने से मध्य भोपाल क्षेत्र में विद्युत पारेषण व्यवस्था को मजबूती मिलने के साथ भोपाल को अति उच्चदाब सब-स्टेशन का एक और विकल्प उपलब्ध हो गया है। भोपाल शहर में मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी का यह 11वाँ अति उच्चदाब सब-स्टेशन है, जो क्रियाशील है।

प्रदेश का दूसरा जीआईएस सब-स्टेशन

मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी के प्रबंध संचालक इंजी. सुनील तिवारी ने बताया कि भोपाल में विद्युत की बढ़ती मांग को देखते हुए मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी को भोपाल शहर में अतिरिक्त सब-स्टेशन के निर्माण की जरूरत महसूस हुई। भोपाल जैसी घनी आबादी में परम्परागत सब-स्टेशन और लाईनों के निर्माण के लिए पर्याप्त भूमि की उपलब्धता न रहने के कारण मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी ने भोपाल में जीआईएस सब-स्टेशन (गैस इंसूलिटेड स्विच गियर सबस्टेशन) तैयार करने का निर्णय लिया। जिसका निर्माण मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी के लिए मेसर्स हिताची एनर्जी प्रा. लि. ने  किया है।

निर्माण में कम जगह लगने के साथ दूसरे फायदे भी 

प्रबंध संचालक इंजी. सुनील तिवारी ने बताया कि जीआईएस सब-स्टेशन (गैस इंसूलिटेड स्विच गियर सब-स्टेशन) के निर्माण में परम्परागत एयर इंसुलेटेड सब-स्टेशनों के मुकाबले कम भूमि की जरूरत पड़ती है। इस तकनीक से सब-स्टेशन के निर्माण का बजट परम्परागत सब-स्टेशन की तुलना में लगभग ढाई गुना अधिक रहता है पर मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी ने मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल की जरूरत को देखते हुए इस निर्माण की मंजूरी दी। गैस इंसुलेटेड चेंबर में रहने के कारण इन सब-स्टेशनों के उपकरणों में कम खराबी आती है, जिन्हें बोलचाल की भाषा में ‘‘मेंटेनेंस फ्री’’ सब.स्टेशन भी कहा जाता है।

शहर की लगभग 5 लाख घनी आबादी को होगा फायदा

प्रबंध संचालक इंजी. सुनील तिवारी ने बताया कि इस 132 KV जीआईएस सब-स्टेशन के निर्माण से सबसे अधिक फायदा मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के शहपुरा, ई-8 अरेरा कालोनी, गोविंदपुरा एवं त्रिलंगा क्षेत्र के लगभग 5 लाख की घनी आबादी को होगा जिन्हें गुणवत्तापूर्ण विद्युत उचित वोल्टेज पर प्राप्त हो सकेगी साथ ही 33 KV फीडरों की लंबाई कम हो जाने से इन लाइनों में विद्युत व्यवधान होने  की स्थिति में जल्द सुधार कार्य संभव हो सकेगा। इस नवनिर्मित सब-स्टेशन से भोपाल की घनी आबादी में 33 KV के कुल 8 फीडरों को विद्युत आपूर्ति की जा सकेगी।

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