मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी ने 132 केवी अति उच्च दाब सब स्टेशन नीमच में एक अतिरिक्त 63 एमवीए क्षमता का नया पावर ट्रांसफॉर्मर स्थापित कर जिले की ट्रांसमिशन कैपेसिटी को मजबूती प्रदान की है। कंपनी के नागदा वृत्त के अंतर्गत नीमच परीक्षण संभाग के 132 केवी सब स्टेशन नीमच में 63 एमवीए क्षमता का एक नया पावर ट्रांसफार्मर मात्र 3 हफ्ते के अल्प समय में ऊर्जीकृत कर एक कीर्तिमान स्थापित किया है।
नया पावर ट्रांसफार्मर स्थापित होने से स्थानीय नीमच शहर के अलावा सावन, हरकियाखाल, सरवानिया महाराज क्षेत्र के 37000 उपभोक्ताओं को बेहतर गुणवत्ता की बिजली पर्याप्त वोल्टेज पर उपलब्ध हो सकेगी। इस नए 63 एमवीए क्षमता के पावर ट्रांसफार्मर लगने से जिले की ट्रांसमिशन कैपेसिटी बढ़कर 623 एमवीए हो गई है।
नीमच जिले में मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के 8 अति उच्चदाब सब स्टेशनों से विद्युत आपूर्ति की जाती है। इन सब स्टेशनों में 220 केवी के दो अति उच्च दाब सब स्टेशन तथा 132 केवी के छह अति उच्चदाब सब स्टेशन क्रियाशील हैं। दो 220 केवी सब स्टेशनों में रतनगढ़ एवं नीमच शामिल हैं, जिनकी ट्रांसफॉरमेशन कैपेसिटी 160-160 एमवीए है। इसके अलावा 132 केवी सब स्टेशन मनासा की क्षमता 20 एमवीए, नीमच की क्षमता बढ़कर 103 एमवीए, 132 केवी सबस्टेशन रामपुरा की क्षमता 50 एमवीए है। 132 केवी रतनगढ़ की क्षमता 40 एमवीए, 132 केवी मोरवन की क्षमता 40 एमवीए तथा 132 केवी सब स्टेशन सिगोली की क्षमता 50 एमवीए है।
इस ट्रांसफार्मर को मात्र 3 हफ्ते से कम समय में ऊर्जीकृत करने में नागदा परीक्षण एवं संचार वृत्त के अधीक्षण अभियंता इंजीनियर पीसी निगम, कार्यपालन अभियंता परीक्षण संभाग नीमच इंजीनियर शेखर फठाले, सहायक अभियंता परीक्षण इंजी. विवेक मौजस्सिया, सहायक अभियंता सब स्टेशन इंजीनियर मनीष महावर, जूनियर इंजीनियर सब स्टेशन इंजी. भगवान सिंह सौराष्ट्रीया, जूनियर इंजीनियर टेस्टिंग इंजी एसएच मंसूरी व युगल किशोर राठौर तथा लाइन स्टाफ भूरा लाल रेगर, लोकेंद्र खत्री, महेश गुजराती, एसके धनगर, पीके बैरागी आदि का योगदान रहा।