मध्यप्रदेश विद्युत मण्डल अभियंता संघ ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि प्रदेश सरकार द्वारा शासकीय कर्मियों की सेवाकाल आयु में वृद्धि कर 62 वर्ष से 65 वर्ष करने जा रही है, ये प्रदेश के शिक्षा प्राप्त युवाओं के साथ धोखा होगा। अभियंता संघ आपके संज्ञान में लाना चाहता है कि विद्युत कंपनियों मे कई वर्षों से भर्ती न होने के कारण सेवारत विद्युतकर्मियों पर काफी दबाब बढ़ गया है, जिसे सही मायने में कर्मियों की भर्ती कर दूर किया जा सकता है।
अभियंता संघ के महासचिव विकास शुक्ला ने कहा है कि नई भर्ती न कर सेवानिवृत्ति आयु बढ़ाने का फैसला अव्यवहारिक प्रतीत हो रहा है, वहीं समानांतर में विद्युत कंपनियों के प्रबंधन द्वारा महत्वपूर्ण पदों पर ऐसे अधिकारियों की सेवा में वृद्धि की जाना प्रस्तावित कर रही है। जो कि अपनी सेवाकाल पूर्ण करने वाले है अथवा जो अपना सेवाकाल पूर्ण कर चूकें है।
अभियंता संघ ने मांग की है कि सेवानिवृत्त आयु (62 से 65) न बढ़ा कर खाली पदों पर नवीन भर्तियां की जाएं, जिससे प्रदेश मे शिक्षित बेरोजगारी कम की जा सके। इसी तरह विद्युत कंपनियों से सेवानिवृत्त हो चुके अधिकारियों को पुनः सेवा में लिए जाने के अतार्किक प्रस्ताव को स्वयं संज्ञान में लेते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से निरस्त किये जाने हेतु सम्बंधितों को निर्देशित किया जाए।
पूर्व मे भी सेवानिवृत्त आयु (58 से 60 और 60 से 62) तकनीकी क्षेत्र विद्युत विभाग मे 4 वर्ष के लिए वृद्धि की जा चुकी है, जिसका अभियंता संघ ने विद्युत विभाग (तकनीक और प्रोद्योगिकी से परिपूर्ण ) में लागू न करने हेतु अनुरोध किया था। ऐसे मे पुनः सेवानिवृत्त आयु (62 से 65) करना प्रदेश हित, ऊर्जा विभाग, विद्युत उपभोक्ताओ और रोजगार तलाश रहे युवकों के साथ न्याय संगत नहीं होगा।
अभियंता संघ ने कहा है कि देश और प्रदेश मे 3-4 वर्ष की महामारी ने लाखों युवाओ को बेरोजगार कर दिया है। तब ऐसे समय मे प्रदेश की उन्नति हेतु सेवानिवृत्त आयु बढ़ाने की जगह युवाओ को रोजगार देने पर विचार करना चाहिए। अभियंता संघ मांग करता है कि केंद्र और राज्य सरकार की युवाओं को रोजगार देने वाली योजना को साकार करने हेतु प्रदेश के तकनीकी प्राप्त युवाओ को रोजगार देने के लिए सहायक अभियंता संवर्ग की भर्ती प्रक्रिया तुरंत प्रारम्भ की जाए।