मध्य प्रदेश विद्युत मंडल तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रांतीय महासचिव हरेंद्र श्रीवास्तव के नेतृत्व में संघ पदाधिकारियों ने आज 2 अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर विक्टोरिया हॉस्पिटल के समीप टाउन हॉल में स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। साथ ही महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष प्रार्थना की गई कि बिजली कंपनियों के प्रबंधन को इतनी सद्बुद्धि प्रदान करें कि वो संवेदनशील बनकर आउटसोर्स कर्मियों एवं संविदा कर्मचारियों का शोषण करना बंद कर दें।
संघ के महासचिव हरेंद्र श्रीवास्तव का कहना है कि इसी के साथ आज से तकनीकी कर्मचारी संघ द्वारा आंदोलन का शंखनाद कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश शासन एवं मध्य प्रदेश विद्युत मंडल की उत्तरवर्ती कंपनियों के प्रबंधन के द्वारा मानव अधिकारों की अव्हेलना एवं श्रम नियमों का उल्लंघन कर आउटसोर्स कर्मियों एवं संविदा कर्मचारियों का जमकर शोषण किया जा रहा है, जिसे बर्दास्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि संघ की तीन प्रमुख मांग है, जिनमें पहली मांग है कि आउटसोर्स कर्मियों का विद्युत कंपनी में संविलियन कर मानव संसाधन नीति का निर्माण किया जावे तथा विद्युत मंडल में ठेकेदारी प्रथा समाप्त की जाये। दूसरी मांग है भारतीय जनता पार्टी के जन संकल्प वर्ष 2013 के तहत संविदा कर्मचारियों का नियमितीकरण किया जाये और तीसरी मांग है नियमित कर्मचारियों को फ्रिंज बेनिफिट दिया जाए।
हरेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि आज से शुरू हुए आंदोलन के तहत मध्य प्रदेश के सभी 52 जिलों के सांसद, मंत्री एवं विधायक को 29 दिनों तक संघ पदाधिकारियों के द्वारा ज्ञापन पत्र सौंपा जावेगा। इस अवसर पर संघ के राजकुमार सैनी, मोहन दुबे, अजय कश्यप, अरुण मालवीय, विनोद दास, राजेश शरण, सुरेंद्र मेश्राम, आजाद सकवार, जगदीश मेहरा, इंद्रपाल सिंह, मुकेश पटेल, पुरुषोत्तम पटेल, प्रीतम सेन आदि उपस्थित रहे।