मध्य प्रदेश की विद्युत वितरण कंपनियों के संविदा कर्मियों के साथ कंपनी प्रबंधन का सौतलापन लगातार जाहिर हो रहा है। एक ओर जहां कंपनी के कामकाज में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रहे संविदा अधिकारी एवं कर्मचारी अनेक सुविधाओं से वंचित हैं, वहीं दूसरी ओर उन्हें शासन के आदेश के बाद भी राहत नहीं मिल पा रही है।
उल्लेखनीय है कि दीपावली के पूर्व 2 नवंबर को नियमित विद्युत अधिकारियों एवं कर्मचारियों को डीए और वेतनवृद्धि के आदेश जारी हुये थे, लेकिन संविदा कार्मिकों के लिये इसकी घोषणा नहीं की गई थी। जिसके पश्चात कर्मचारी संगठनों और संविदा कार्मिकों के विरोध को देखते हुये मप्र पावर मैनेजमेंट कंपनी ने 12 नवंबर को संविदा कार्मिकों को भी वेतन वृद्धि का लाभ दिये जाने का आदेश दिया था।
विद्युत सूत्रों की मानें तो पावर मैनेजमेंट कंपनी द्वारा संविदा कार्मिकों को वेतन वृद्धि का लाभ दिये जाने के आदेश बावजूद प्रदेश की पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने अभी तक अपने संविदा कार्मिकों को वेतन वृद्धि दिये जाने के आदेश जारी नहीं किये हैं। जिससे संविदा कार्मिकों में आक्रोश उपज रहा है।