गृह ज्योति योजना के लिए मालवा-निमाड़ क्षेत्र में एक माह के दौरान पात्र 32 लाख उपभोक्ता को 143 करोड़ 50 लाख रूपए की सब्सिडी दी गई है। इंदौर जिले में ही लगभग 4 लाख 70 हजार उपभोक्ता को करीब 19 करोड़ की सब्सिड़ी दी गई है। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने गृह ज्योति योजना को मध्यमवर्गीय घरेलू उपभोक्ताओं की मूलभूत बिजली आवश्यकता की पूर्ति में हर जिले में करोड़ों रूपये की आर्थिक मदद को मील का पत्थर बताया है।
मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने बताया कि गृह ज्योति योजना में सभी 15 जिलों के पात्र उपभोक्ताओं को लाभान्वित कर प्रथम 100 यूनिट बिजली मात्र 100 रूपए में उपलब्ध कराई जा रही है। पिछले एक माह के दौरान कंपनी क्षेत्र में करीब 32 लाख उपभोक्ताओं को योजना का लाभ दिया गया, इन्हें शासन के अनुसार 143 करोड़ 50 लाख रूपए की सब्सिडी प्रदान की गई है। प्रत्येक पात्र उपभोक्ता को 554 रूपए तक की सब्सिडी दी गई है।
सबसे ज्यादा इंदौर जिले के 4 लाख 70 हजार उपभोक्ता गृह ज्य़ोति योजना का लाभ लेने में सफल हुए हैं। इसके बाद धार जिले में 3 लाख 10 हजार, उज्जैन जिले में लगभग 3 लाख , खरगोन में 2 लाख 81 हजार, मंदसौर जिले में 2 लाख 30 हजार, रतलाम जिले में 2 लाख 24 हजार, देवास जिले में 2 लाख 14 हजार, बड़वानी में 2 लाख 4 हजार, खंडवा 2 लाख 1 हजार, झाबुआ में 1 लाख 90 हजार उपभोक्ताओं को एक रूपए यूनिट बिजली योजना से लाभान्वित किया गया है।
मध्यप्रदेश शासन की अटल गृह ज्योति योजना के अनुसार वे घरेलू उपभोक्ता इसके लिए पात्र है, जिनकी औसत मासिक खपत 150 यूनिट या इससे कम होती है। दैनिक औसत खपत 5 यूनिट या कम होने पर ही उस माह विशेष में पात्रता तय होती है, इसी के अनुसार सब्सिडी मिलती है। प्रथम 100 यूनिट तक बिजली सौ रूपए में मिलती है। इसके बाद 50 यूनिट की बिजली सामान्य दर से प्रदाय की जाती है। 30 दिन में 150 यूनिट से ज्यादा खपत होने पर माह विशेष में गृह ज्योति योजना की पात्रता समाप्त हो जाती है।