मध्य प्रदेश की मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा जन्माष्टमी की छुट्टी निरस्त किये जाने के बाद कर्मचारियों में आक्रोश उपज रहा है और वे अंदर ही अंदर इसका विरोध कर रहे हैं। विद्युत गलियारे में भी मध्य क्षेत्र कंपनी प्रबंधन के द्वारा श्री कृष्ण जन्माष्टमी जैसे प्रमुख पर्व की छुट्टी निरस्त किये जाने की चर्चा जोरों पर है और प्रबंधन के इस निर्णय की आलोचना की जा रही है।
इस बीच मध्य प्रदेश यूनाइटेड फोरम फॉर पावर एम्पलाइज एवं इंजीनियर्स के प्रदेश संयोजक व्ही के एस परिहार ने कंपनी प्रबंधन से कहा है कि कम्पनी के कार्यक्षेत्र में 28 एवं 29 अगस्त का सामान्य अवकाश निरस्त कर समस्त कार्यालय क्रियाशील रखे गये हैं। साथ ही 30 अगस्त को महापर्वो में से एक श्री कृष्ण जन्माष्टमी हेतु सामान्य अवकाश पर मैदानी कार्यालयों में उपस्थिति एवं क्रियाशीलता रखी गई है। किन्तु इन 3 अवकाशों में कार्य करने के एवज में मात्र एक दिन प्रतिपूर्ति अवकाश दिया जा रहा है। इस प्रकार सामान्य अवकाश में कार्य कराये जाने के विरूद्ध प्रतिपूर्ति अवकाश अथवा प्रतिपूर्ति राशि न दिया जाना असंवैधानिक है।
यूनाइटेड फोरम ने कहा कि श्री कृष्ण जन्माष्टमी महापर्व है, इस दिन कर्मचारियों की धार्मिक भावना का ध्यान न रखते हुए कार्य कराये जाने का आदेश भी असंवैधानिक है। उल्लेखनीय है कि भारत एक प्रजातान्त्रिक देश है, जहाँ कई प्रकार की जातियों निवास करती हैं एवं शासन उन सभी की धार्मिक भावनाओं का ध्यान रखते हुए उचित अवकाश एवं सामान्य सहूलियत सुनिश्चित करता है।
उल्लेखनीय है कि प्रत्येक शनिवार को साप्ताहिक अवकाश के एवज में अन्य दिनों में प्रत्येक दिन एक घंटे अधिक कार्य करा कर उसकी प्रतिपूर्ति की जाती है। अतः शनिवार को पुनः कार्य कराकर उसकी प्रतिपूर्ति न देना असंवैधानिक है एवं श्री कृष्ण जन्माष्टमी को पर्व मनाने हेतु सामान्य अवकाश के दिन कार्य कराया जाना धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ है। अतः यूनाईटेड फोरम यह मांग करता है कि 28 अगस्त को सामान्य साप्ताहिक अवकाश के दिन कार्य के एवज में सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को प्रतिपूर्ति राशि अथवा अवकाश प्रदान करें एवं 30 अगस्त को त्यौहार मनाने हेतु सामान्य अवकाश रखें।