मध्यप्रदेश में लोकायुक्त द्वारा रिश्वत लेने वाले पटवारियों के विरूद्ध लगातार कार्यवाही की जा रही है। एक और मामले में प्रदेश के छिंदवाड़ा स्थित तहसील कार्यालय में जबलपुर से पहुंची लोकायुक्त की टीम ने बंटवारानामा, ऋण पुस्तिका एवं सीमाकंन के लिए रिश्वत लेने वाले पटवारी राधेश्याम चौरिया को रंगे हाथ पकड़ा।
जबलपुर लोकायुक्त एसपी संजय साहू ने बताया कि वार्ड नम्बर-36 यादव मोहल्ला चंदनगांव छिंदवाड़ा निवासी आनंद पिता स्वर्गीय रमेश यादव उम्र 40 वर्ष की पत्नी मंजू की ग्राम माल्हनवाड़ा में पैतृक शामिलाती साढ़े चार एकड़ जमीन का बंटवारानामा, ऋण पुस्तिका बनाने व सीमाकंन कराने के संबंध में पटवारी राधेश्याम स्वर्गीय इंदलसिंह चौरिया उम्र 55 वर्ष निवासी छिंदवाड़ा से मुलाकात की।
पटवारी राधेश्याम ने उक्त कार्य करने के बदले 50 हजार रुपये रिश्वत की मांग की, फिर बातचीत के दौरान 35 हजार रुपए में मामला तय हो गया। पीडि़त आनंद यादव ने इस बात की शिकायत जबलपुर में लोकायुक्त एसपी संजय साहू से की।
लोकायुक्त से शिकायत के बाद लोकायुक्त की टीम ने पटवारी को रंगे हाथों पकड़ने के लिए योजना बनाई, जिसके तहत शिकायतकर्ता ने तहसील कार्यालय पहुंचकर जैसे ही पटवारी राधेश्याम को 35 हजार रुपए दिए, तभी लोकायुक्त डीएसपी दिलीप झरवड़े, इंस्पेक्टर कमल सिंह उईके, इंस्पेक्टर भूपेंद्र कुमार दीवान एवं 5 अन्य सदस्यों की टीम ने दबिश देकर पटवारी राधेश्याम चौरिया को रंगे हाथ पकड़ लिया।