एक्शन में प्रमुख ऊर्जा सचिव: एक एई निलंबित, तीन जेई को कारण बताओ नोटिस, 8 मीटर रीडरों की सेवाएं समाप्त

प्रमुख सचिव ऊर्जा संजय दुबे ने कहा है कि भिण्ड शहर में बिजली के अवैध और अनधिकृत उपयोग की रोकथाम के लिए इस प्रकार से कार्यवाही की जाए कि एक ओर जहॉं पेइंग उपभोक्ताओं को निर्बाध विद्युत आपूर्ति मिले वहीं दूसरी ओर बिजली चोरी करने वाले हतोत्साहित हों।

उन्होंने मैदानी अमले को सघन चैकिंग अभियान चलाने और बिजली के तारों पर डली अवैध कटियों को हटाने और आरोपियों पर विद्युत अधिनियम 2003 की धारा 135 के तहत बिजली चोरी के सीधे मामलों के अंतर्गत मुकदमा कायम करने की कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि भिण्ड शहर के 8 फीडरों पर जहॉं सबसे ज्यादा चोरी होती है इन फीडरों से जुड़े उपभोक्ताओं पर बड़े स्तर पर कार्यवाही की जाए। प्रमुख सचिव ऊर्जा भिण्ड शहर में अपने प्रवास के दौरान जूनियर इंजीनियर और मैदानी अमले को संबोधित कर रहे थे।

प्रमुख सचिव ऊर्जा ने भिण्ड शहर में कई मोहल्लों में लगभग 1 हजार अवैध कनेक्शनों को अपने सामने हटवाया और चोरी करने वाले लोगों तथा स्थानीय उपभोक्ताओं से बकाया राशि का भुगतान नहीं किये जाने के संबंध में चर्चा की। उन्होंने उपभोक्ताओं से आग्रह किया कि वे बकाया राशि का भुगतान करें ताकि निर्बाध विद्युत आपूर्ति करने में बिजली कंपनी को दिक्कत का सामना नहीं करना पड़े।

प्रमुख सचिव ऊर्जा संजय दुबे ने भिण्ड में प्रवास के दौरान कर्तव्य में लापरवाही बरतने और कर्तव्य के प्रति सजग नहीं रहने के आरोप में सहायक यंत्री ऋषिराज घटक को निलंबित करने के निर्देश दिए। साथ ही गौरव शाक्य कनिष्ठ अभियंता गोहद, यश गुप्ता कनिष्ठ अभियंता एतहार एवं आर.एस. गौर कनिष्ठ अभियंता मौ को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। इसके अलावा मीटर रीडिंग एवं बिल वितरण में लापरवाही बरतने वाले 8 मीटर वाचकों की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं।

वहीं मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक गणेश शंकर मिश्रा ने कहा है कि उपभोक्ता सेवा सर्वोपरि है। उपभोक्ताओं को कंपनी बेहतर से बेहतर सेवाएं देने के लिए कृत संकल्पित है और इसी दिशा में काम किया जा रहा है। उन्होंने मैदानी अधिकारियों से कहा है कि वे उपभोक्ता सेवा और कंपनी की योजनाओं का लाभ पात्र उपभोक्ताओं को प्रदान करें तथा सजगता से कार्य करें तथा अधिकारियों और कर्मचारियों को सचेत किया कि आर्थिक अनियमितताओं के मामलों में सख्त अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।

उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों से अपेक्षा की है कि कंपनी और उपभोक्ताओं के हितों का हमेशा ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि कंपनी के कार्य निष्पादन में किसी भी लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने उपभोक्ताओं को जागरूक रहने के लिए कहा है कि जब उनके परिसर की मीटर रीडिंग होती है तो वे मीटर वाचक द्वारा ली गई रीडिंग और मीटर में दर्ज रीडिंग पर नजर रखें ताकि सही देयक मिल सके।