मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के योगेन्द्र दुबे ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि आम चुनाव 2024 में ऐसे लोक सेवक जो गंभीर बीमारियों से ग्रसित हैं, जैसे- हृदय रोग, कैंसर, रक्तचाप, गंभीर मघुमेय, लकवा, ब्रेन ट्यूमर, किडनी रोग, डायलेसिस के साथ-साथ अस्थाई द्विव्यांगता से पीडित हैं।
इसके साथ ही गत वर्ष कोरोना जैसे वैश्विक बीमारी की चपेट में आकर गंभीर रूप से ग्रसित हुए लोक सेवकों को चुनावी कार्य से दूर रखा जावे, क्योंकि ऐसे कर्मचारी को अपने परहेजी सादे खान-पान के साथ ही समय पर दवाईयों पर आश्रित रहना पडता है एवं जिन्हें कभी भी चिकित्सा सुविधा की आवश्यकता पड सकती है, को चुनावी मतदान दल से मुक्त रखा जावे ताकि जिससे मतदान दल के अन्य सदस्यों को चुनाव कार्य संपन्न कराने में परेशानी न हो।
इसके अलावा ऐसे पति-पत्नी जो दोनों ही लोक सेवक हों, उनमें से किसी एक की ही चुनावी डयूटी लगाई जानी चाहिए, जिससे पारिवारिक दायित्वों का निर्वहन हो सके।
संघ के योगेन्द्र दुबे, अर्वेन्द्र राजपूत, अवधेश तिवारी, अटल उपाध्याय, जवाहर केवट, आलोक अग्निहोत्री, बृजेश मिश्रा, वीरेन्द्र तिवारी, अरुण चतुर्वेदी, धनश्याम पटैल, अमित तंतुवाय, कमल मुदगल, शैलेन्द्र दुबे, अंकित चौरसिया आदि ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त नई दिल्ली एवं मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से मांग की है कि लोकसभा चुनाव 2024 में गंभीर बीमारी से ग्रसित लोक सेवकों को चुनाव डयूटी से मुक्त रखा जाये तथा पति या पत्नी में से किसी एक की ही चुनाव डयूटी लगाई जावे।