मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के प्रबंध संचालक इंजी. सुनील तिवारी ने गणतंत्र दिवस समारोह में ट्रांसमिशन कंपनी के कार्मिकों को संबोधित करते हुए उन्हें वर्ष 2022 में कंपनी के सामने आने वाली चुनौतियों से डटकर मुकाबला करने और प्रदेश शासन की मंशानुसार समूचे प्रदेश में बिना व्यवधान के साथ 24X7 गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति करने के लक्ष्य को शत प्रतिशत हासिल करने का आह्वान किया।
प्रबंध संचालक इंजी सुनील तिवारी ने कहा कि गत 2 वर्षों में करोना संक्रमण की विपरीत परिस्थितियों के बाद भी ट्रांसमिशन कंपनी ने निर्माण से संबंधित अपने सभी कार्य समय पर पूरा किया है। साथ में यह गौरव की बात है कि इस दरमियान पूरे प्रदेश में किसी भी स्थान पर ट्रांसमिशन कंपनी के कारण विद्युत आपूर्ति बाधित नहीं हुई।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में ट्रांसमिशन नेटवर्क की मजबूती के लिए इस वर्ष 938 किलोमीटर अतिउच्च दाब की सर्किट लाइनों के निर्माण के अलावा आठ नए अति उच्च दाब सब स्टेशनों का निर्माण भी किया गया है इसके अलावा 15 सब-स्टेशनों में अतिरिक्त पावर ट्रांसफार्मर स्थापित किए गए हैं, ताकि निर्बाध बिजली के साथ प्रदेश के उपभोक्ताओं को उचित वोल्टेज की गुणवत्ता पूर्ण बिजली मिल सके।
कार्मिकों ने अतिवृष्टि के बाद किया साहसी सुधार कार्य
प्रबंध संचालक इंजी. सुनील तिवारी ने कहा कि मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के कार्मिकों ने माह जुलाई-अगस्त के दौरान ग्वालियर अंचल में आई भीषण बाढ़ के कारण क्षतिग्रस्त अति उच्च दाब की लाइनें तथा बरोदा (शिवपुरी) 132 केवी सब-स्टेशन के पानी में डूबने के बाद, इनके सुधार कार्य को बहुत साहसिक और प्लानिंग के साथ कम समय में पूरा कर साबित किया है कि विपरीत से विपरीत परिस्थितियों में भी हमारे कार्मिक श्रेष्ठ देने में सक्षम हैं।
अधिकतम विद्युत आपूर्ति का बना नया रिकार्ड
इंजी.सुनील तिवारी ने कहा कि मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी ने वर्ष 2021 में अनेक अभूतपूर्व कार्यो को पूरा कर नये मापदण्ड स्थापित किये हैं। कंपनी ने बिना व्यवधान के 24 दिसंबर 2021 को 15692 मेगावाट की अधिकतम बिजली डिमांड की आपूर्ति कर नया रिकार्ड बनाया।
अति उच्चदाब लाइनों में लगाया पर्यावरण में सहायक वर्ड फ्लेपर
मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी ने पहली बार अपनी अतिउच्चदाब लाइनों में पर्यावरण सहायक बर्ड फ्लेपर लगाया है जो न केवल लाइनों को अनावश्यक ट्रिपिंग से बचाने में सक्षम है बल्कि इससे पक्षियों को दुर्घटना ग्रस्त होने से भी बचाया जा सका है।
विश्वस्तरीय साइबर सिक्योरिटी से लैस हुआ लोड डिस्पेच सेंटर
मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी ने वर्ष 2021 में पहली बार प्रदेश लोड डिसपेच सेंटर, जबलपुर में विश्वस्तरीय साइबर सिक्योरिटी सिस्टम प्रणाली विकसित करने में सफलता हासिल की है। मध्यप्रदेश लोड डिस्पेच सेंटर यह प्रणाली लागू करने वाला देश का पहला राज्य है।
सब-स्टेशन में हाइब्रिड तकनीक का उपयोग
उन्होंने कहा कि प्रदेश में पहली बार मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी ने इंदौर के सब-स्टेशन में हाइब्रिड तकनीक का इस्तेमाल किया गया। जिससे उपलब्ध कम जगह में उपभोक्ताओं के लिए अतिरिक्त ट्रांसफारमर स्थापित किया जा सका, जो इंदौर शहर के उपभोक्ताओं के लिए बहुत सहायक सिद्ध हुआ है।
भोपाल में उपयोग हुआ एचटीएलएस कंडक्टर
इंजी. तिवारी ने कहा कि मध्यप्रदेश में पहली बार भोपाल शहर की ट्रांसमिशन प्रणाली में मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी ने एचटीएलएस कंडक्टर का उपयोग किया है, जो अधिक विद्युत भार सहन करने की क्षमता रखता है। इससे भोपाल वासियों को गर्मी में होने वाली विद्युत आपूर्ति की समस्या से छुटकारा मिल गया है और पूरे भोपाल शहर में इससे विद्युत की बढ़ी मांग की आपूर्ति की जा सकेगी।