देश के रेल कर्मचारियों की समस्याओं को दूर करने और लंबित मांगों पर गहन मंथन के लिए वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे मजदूर संघ का दो दिवसीय वार्षिक अधिवेशन का शुभारम्भ 27 दिसम्बर को जबलपुर में सीनियर इस्टीट्यूट में होगा। एनएफआईआर के अध्यक्ष के मुख्य आथित्य में होगा। अधिवेशन में मुख्यालय कार्यकारिणी, केन्द्रीय कार्यकारिणी बैठक तथा सामान्य रामा, साथ ही भव्य रैली मी आयोजित होगी।
संघ के महामंत्री अशोक शर्मा तथा संघ प्रवक्ता व संयुक्त महामंत्री सतीश कुमार ने बताया कि मुख्य कार्यक्रम में मुख्य वक्ता गुमान सिंह, अध्यक्ष एनएफआईआर, नई दिल्ली व मुख्य अतिथि आर एस सक्सेना अपर महाप्रबंधक पमरे, अध्यक्षता सीएम उपाध्याय अध्यक्ष, डब्ल्यूसीआरएमएस तथा विशिष्ठ अतिथि के रूप में श्री प्रभात, प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी, विवेकशील मंडल रेल प्रबंधक, जबलपुर समेत जोनल पदाधिकारी व आला अधिकारी शिरकत करेगे।
अधिवेशन का शुभारम्भ एनपीएस के खिलाफ भव्य रैली से होगा। रैली सुबह 10 बजे से रेल सामुदायिक भवन उमंग से प्रारम्भ होकर, मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय जीएम कार्यालय होते हुए सीनियर रेलवे इंस्टीट्यूट में रामाप्त होकर सीईसी बैठक में परिवर्तित होगी। अधिवेशन में भोपाल, कोटा तथा जबलपुर मंडलों, मुख्यालय, कोटा भोपाल कारखानों व शैडो समेत विभिन्न स्टेशनों पर कार्यरत सैकड़ो पदाधिकारी, कार्यकर्ता युवा व महिला कर्मचारी भाग लेगे।
अधिवेशन में रेल कर्मचारियों के ज्वलंत मुद्दे जैसे- नाईट ड्यूटी एलाउन्स की सीलिंग वापस लो। डीए फ्रीजर को तत्काल रद्द कर एरियर्स सहित तत्काल भुगतान किया जाये। पॉइंट्समैन की 12 घंटे ड्यूटी को पुन 8 घंटे किया जाये। पेट्रोलमैन की बीट 12 किमी से अधिक न हो तथा कीमैन / पैट्रोलमैन के साथ एक-एक सहायक अनिवार्यताः दिया जाये। श्रमिक विरोधी कोड बिल 2020 को वापस लिया जाये।
इसके साथ ही न्यू अंशदायी पेंशन स्कीम (NPS) को रद्द कर ओपीएस चालू करे। सीनियर सुपरवाईजरों को 4800/- एवं 4 साल पर 5400/- ग्रेड पे स्कीम 1 दिसम्बर 2022 के बजाय 1 जनवरी 2016 से लागू किया जाये साथ ही अन्य कैडर के वरिष्ठ कर्मचारियो को इस योजना में शामिल किया जाये। कोरोना महामारी से जान गवाएँ हुये रेल कर्मियों के परिवार को कम से कम 50 लाख अनुग्रह राशि अतिरिक्त स्वीकृत की जाये। न्यूनतम वेतन 26000 हजार करना व फिटमेंट फार्मूला बढ़ाना।
रेलवे में एफडीआई, पीपीपी को वापस लिया जाये तथा आउट सोर्सिग, ठेकेदारी एवं निजीकरण को तुरंत बंद किया जाये। उत्पादकता आधारित बोनस (PLB) की गणना वास्तविक वेतन के आधार पर की जाये।
रेलवे अस्पतालों में चिकित्सकों व पैरामेडीकल स्टॉफ की भारी कमी को दूर किया जाये और उत्तम दर्जे की दवाईया उपलब्ध करायी जाये। रनिग कर्मचारियो के कार्य के घंटे को कम करे तथा बारह घंटे को ड्यूटी रोस्टर को समाप्त किया जाये। रेलवे क्वाटर्स और कॉलोनियो की जर्जर हालत को सुधारा जाये।
टेक्नीशियन ग्रेड-।। का टेक्नीशिन ग्रेड में संविलयन किया जाना चाहिए। माइलेज भत्ते का पुनः निर्धारण तत्काल करते हुए इसमें बढ़ोत्तरी की जानी चाहिए। LDCE कोटे की भर्ती सभी के लिये लागू किया जाए। रेल संचालन से प्रत्यक्ष रूप से जुड़े सभी कर्मचारियों को रिस्क एवं हार्डशिप एलाउन्स दिया जाये। रेल कर्मचारियों को दिये जाने वाले ड्यूटी प्रिविलेज एवं कॉप्लीमेंटरी यात्रा पासो पर आनलाइन आरक्षण की सुविधा प्रदान की जाए ।
भारतीय रेल के समरत कारखाने में बढ़ रही ठेकेदारी पर तुरन्त रोक लगाई जाए। कारखाने के कर्मचारियों को 7वें वेतन आयोग के अनुसार इन्सेटिव का भुगतान बढी हुई दर से किया जाये। Act Apprentice प्रशिक्षित को तत्काल सब्सिट्यूट में भर्ती किया जाये। सिग्नल कर्मचारियों का ड्यूटी रोस्टर लागू किया जाए आदि मांगो पर गहन मंथन होगा।
संघ के अध्यक्ष सीएम उपाध्याय, महामंत्री अशोक शर्मा, कोषाध्यक्ष अनुज तिवारी, संयुक्त महामंत्री सतीश कुमार मंडल अध्यक्ष एसएन शुक्ला, मंडल सचिव डीपी अग्रवाल आदि ने अधिक से अधिक रेल कर्मचारियो से भाग लेने व कार्यक्रम सफल बनाने की अपील की है।