मध्य प्रदेश में आयुष चिकित्सा पद्धति के विस्तार के लिये आयुष विभाग द्वारा मानव संसाधन और अधोसंरचना विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। विभाग द्वारा रिक्त पदों की भर्ती पर तेजी से कार्यवाही की जा रही है।
प्रदेश के शासकीय आयुष औषधालयों और चिकित्सालयों में राज्य लोक सेवा आयोग के माध्यम से 763 आयुष चिकित्सा अधिकारी के रिक्त पदों की पूर्ति की कार्यवाही अंतिम चरण में है। इसके साथ ही प्रदेश में स्थित शासकीय आयुष महाविद्यालय शिक्षक संवर्ग व्याख्याता के 96 रिक्त पदों की पूर्ति राज्य लोक सेवा आयोग के माध्यम से की जा रही है।
आयुष महाविद्यालयों, चिकित्सालयों एवं औषधालयों में पेरामेडिकल संवर्ग तृतीय श्रेणी के 332 पदों की पूर्ति की जा चुकी है। शेष रिक्त पदों की पूर्ति कर्मचारी चयन मण्डल से चयनित प्रतीक्षा सूची से की जा रही है।
राष्ट्रीय आयुष मिशन के अंतर्गत अधोसंरचना के कार्यों को भी प्रमुखता से पूरा किया जा रहा है। प्रदेश में 238 आयुष हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर बनाये जा रहे है। इसके साथ ही 50 बिस्तरीय चिकित्सालयों में 10 भवनों का निर्माण कराया जा रहा है।
विभाग द्वारा 22 आयुष विंग का संचालन शीघ्र शुरू किया जा रहा है। यह विंग प्रदेश के एलोपैथी चिकित्सालय में विकल्प के आधार पर भारतीय चिकित्सा पद्धति के अनुसार स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से प्रारंभ की गई है।
राज्य में 102 आयुष औषधालयों के भवन निर्माण कार्य पूर्ण कराये जा चुके हैं। प्रदेश में 5 जिला आयुष कार्यालय के भवनों का निर्माण तेजी से कराया जा रहा है। आयुष विभाग की संरचना को मजबूती देने के लिये आयुष विभाग द्वारा रोडमैप बनाकर प्रभावी कार्यवाही की जा रही है।