मध्य प्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के संरक्षक योगेंद्र दुबे, जिला अध्यक्ष अटल उपाध्याय ने सरकारी ड्राइवरों से 35 से 40 वर्ष पुराने कबाड़ वाहन चलाने की कड़ी निंदा की है।
कुछ विभागों में कबाड़ हालत के वाहन चालकों से चलवाये जा रहे हैं, वाहनों से किसी भी समय गंभीर घटना होने की पूरी संभावना बनी रहती है, कुछ विभागों द्वारा सरकारी वाहनों की नीलामी कर दी गई है लेकिन नए वाहन नहीं खरीदे गए। मजबूरी में कबाड़ रूपी वाहनों में अधिक आइल तेल लगा कर ड्राइवरों की जान जोखिम में डाल कर काम करवाए जा रहे है।
आज विभाग के स्थाई एवं आकस्मिक कार्यभारित स्थापना के ड्राइवरों को कबाड़ हालत के वाहन चलाने के लिए मजबूर किया जा रहा है। टनडीरा वाहनों से जहां ड्राइवरों को दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है, वहीं इन कबाड़ वाहनों में तेल ऑयल भी अधिक लगता है।
मध्य प्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा संरक्षक योगेन्द्र दुबे, जिला अध्यक्ष अटल उपाध्याय, प्रदेश राज्य कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष नरेश शुक्ला, मध्य प्रदेश कर्मचारी कांग्रेस के जिला अध्यक्ष संतोष मिश्रा, मध्य प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष संजय गुजराल, मध्य प्रदेश लिपिक वर्ग कर्मचारी संघ के अध्यक्ष मुकेश चतुर्वेदी, मध्य प्रदेश डिप्लोमा इंजीनियर एसोसिएशन के अध्यक्ष देव दोनेरिया, मध्य प्रदेश शिक्षक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष विश्वदीप पटेरिया, मध्य प्रदेश अजाक्स के जिला अध्यक्ष योगेश चौधरी, मध्य प्रदेश आईटीआई के अध्यक्ष प्रशांत सोंधिया, मध्य प्रदेश लघु वेतन कर्मचारी संघ के संभागीय अध्यक्ष अजय दुबे, मध्य प्रदेश लघु वेतन कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष रवि दहायत, मध्य प्रदेश कृषि विभाग के अध्यक्ष एसके वांदिल, मुकेश मरकाम, सिहोरा तहसील अध्यक्ष योगेन्द्र मिश्रा, सतीश उपाध्याय, नरेंद्र सेन, धीरेंद्र सिंह, आलोक अग्निहोत्री, प्रदीप पटैल, वीरेंद्र तिवारी, चंदू जाऊलकर ,पीएल गौतम, रवि बागडी, अर्जुन सोमवंसी ने समस्त कार्यभारित स्थापना के वाहन चालकों से कबाड़ हालत के वाहन ना चलवाने की मांग की है।
मध्य प्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा जबलपुर द्वारा मुख्यमंत्री के नाम का मांग पत्र प्रेषित का विभागों के वाहन चालकों को नए वाहन उपलब्ध करवाने की मांग की जाएगी।