सपाक्स ने मनाया जनसंख्या नियंत्रण दिवस, पार्टी 17 अगस्त को मनाएगी काला दिवस

सपाक्स पार्टी ने आज 11 जुलाई को जनसंख्या नियंत्रण दिवस के रूप में मनाया। साथ ही देश की सबसे गंभीर समस्या जनसंख्या वृद्धि के मद्देनजर भारत के राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा जायेगा। ज्ञापन में जनसंख्या नियंत्रण हेतु एक समान कानून शीघ्र बनवाने का आग्रह किया जायेगा।  

इससे पहले सपाक्स पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति की बैठक राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ हीरालाल त्रिवेदी (पू्र्व आईएएस) की अध्यक्षता में भोपाल में संपन्न हुई। जिसमें निर्णय लिया गया कि 23 जुलाई को युवाओ के प्रेरणास्रोत शहीद चन्द्रशेखर आजाद की जन्मतिथि पर पार्टी पदाधिकारी भाबरा जाकर देश की एकता अखंडता की शपथ लेंगे।

इसके अलावा आगामी 17 अगस्त को काला दिवस के रूप मे मनाया जायेगा। पार्टी प्रवक्ता व मीडिया प्रभारी डॉ शैलेन्द्र व्यास ने बताया कि काला दिवस मनाने का अभिप्राय यह है कि 17 अगस्त 2018 को राष्ट्रपति ने अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण कानून (एटरोसिटी एक्ट) के नये संशोधनो की अधिसूचना जारी की थी।

उल्लेखनीय है कि यह संशोधन देश की सर्वोच्च न्यायिक संस्था सुप्रीम कोर्ट के मार्च 2018 के निर्णय के विरुद्ध किये गये थे, जिनके अनुसार उक्त जातिवादी एक्ट में आरोपी की गिरफ्तारी के पूर्व जांच करने की मानवीय सलाह दी गई थी। कोर्ट का यह महत्वपूर्ण निर्णय इन तथ्यों पर आधारित था कि इस एक्ट का 95 प्रतिशत से ज्यादा दुरूपयोग किया जा रहा है। आपसी वैमनस्यता के चलते लोग झूठे प्रकरण दर्ज कराकर पैसे तक ऐंठ रहे है।

उन्होंने कहा कि लेकिन दुर्भाग्य कि समाजों में वैमनस्यता रोकने के कोर्ट के निर्णय की अनदेखी करते हुये केंद्र सरकार ने एट्रोसिटी एक्ट में अमेंडमेंट कर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को दरकिनार कर दिया। इस कारण साधारण अपराधों के मामलों में भी बिना जांच गिरफ्तारी को अनिवार्य करने का कानून संसद मे पास करा लिया गया।

पार्टी का मत है कि इन संशोधन ने इस कानून को अंगे्रजों के काले कानूनों के समान ही काला कानून बना दिया है। पार्टी इसमे सुप्रीम कोर्ट के अनुसार ही पुन: संशोधन हेतु सभी सामाजिक संगठनों एवं समान विचारधारा वाले राजनीतिक दलों एवं व्यक्तियों से भी इस आंदोलन मे शामिल होने की अपील करेगी।

उन्होंने बताया कि 17 अगस्त को काली पट्टी बांधकर व काले कपडे पहनकर आमजन को भी विरोध प्रदर्शन हेतु प्रेरित किया जायेगा, ताकि इस देश के संविधान में लिखे उन शब्दों को सार्थक किया जा सके। जिन शब्दों का अभिप्राय स्पष्ट है कि जाति, धर्म, लिंग, भाषा एवं क्षेत्र के भेदभाव के बिना भारत के संपूर्ण लोगों को एक समान माने जाने का अधिकार है।

इसके अतिरिक्त 30 सितंबर को भोपाल में सपाक्स क्रांति दिवस मनाने का निर्णय भी लिया गया। जिसमें पार्टी के अन्य प्रदेशों के अध्यक्ष, सभी सामाजिक संगठनों, महत्वपूर्ण व्यक्तियों एवं राजनीतिक दलों के लोगों को भी आमंत्रित किया जाएगा। पार्टी 5 नवंबर को अपना पांचवा स्थापना दिवस भी मनाएंगी।

कार्यकारिणी की बैठक में कार्यकारी अध्यक्ष डॉ वीणा घाणेकर, उपाध्यक्ष जोगेंद्रसिंह भदोरिया, महासचिव हरिओम गुप्ता, विधि प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अनिल चतुर्वेदी (रिटायर जज) राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीमती सुचित्रा दुबे, सचिव विपिन तिवारी एवं श्वेता महेश्वरी, पार्टी के गुजरात के प्रदेश अध्यक्ष कंदर्प शाह, मध्य प्रदेश के अध्यक्ष सुरेश शुक्ला एवं प्रदेश महासचिव आरएस सिकरवार सहित कार्यकारिणी सदस्य मौजूद रहे।