एमपी सरकार की छवि धूमिल कर कर्मचारियों को धमका रहे सिहोरा बीईओ

‘चोरी ऊपर से सीना जोरी’ वाली कहावत चरितार्थ कर रहे सिहोरा बीईओ कर्मचारियों के अधिकारों की चोरी करने के पश्चात उन्हें धमका रहे हैं। मध्य प्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के संरक्षक योगेन्द्र दुबे एवं  जिलाध्यक्ष अटल उपाध्याय ने पंडित विष्णुदत्त शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सिहोरा के प्राचार्य पर आरोप लगाते हुए कहा है कि वे कर्मचारियों के वेतन निर्धारण, रिटायर कर्मी के पेंशन प्रकरण तैयार कर कोषालय भेजने, समयमान वेतन निर्धारण, रिटायर कर्मी को लीव इन कैशमेन्ट, महँगाई भत्ते और वेतन वृद्धि के एरियर देने में भेदभाव, मासिक वेतन पर्ची न देने, सेवा पुस्तिकाओं में सेवा सत्यापन न करने, जीपीएफ पास बुकों में माहवार राशि जमा ना करने, भविष्य निधि अग्रिमों के देयक, मासिक वेतन समय पर जनरेट ना कर सरकार की छवि खराब कर कर्मचारियों का शोषण कर रहे है।

सिहोरा बीईओ अब शिकायत करने वाले कर्मचारियों को धमका रहे हैं। शिकायत वापस न लेने पर अपने गुर्गों से धमकियाँ दिलवा रहे हैं। संभागीय आयुक्त, कलेक्टर जबलपुर को की गई शिकायतों को वापस लेने दबाव बना रहे है, शिकायत करने वाले रिटायर कर्मचारियों को देख लेने की धमकी दे रहे है। कर्मचारियों को धमकी दे रहे कि क्या कर लिया शिकायत करके, क्या बिगाड़ लिया, शिक्षा अधिकारी मेरे साथ रात को बैठ कर खाता-पीता है।

मध्य प्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के साथ प्रताड़ित कर्मचारियों ने एक शिकायत कलेक्टर जबलपुर को देकर कार्यवाही की मांग की थी। बीईओ सिहोरा का संलाग्निकरण समाप्त नही हुआ। शिकायत को दबवाने वह अलग अलग हथकंडे अपना रहे है। शासन के आदेशानुसार संलग्नीकरण नहीं किया जाना है। फिर भी दो जगह का प्रभार दिया जाना चर्चा का विषय बना हुआ है। 147 प्रायमरी स्कूल, 85 माध्यमिक शासकीय शालाएँ तथा 13 हायर और हाई स्कूल जो 30 से 40 किलोमीटर की दूरी पर है। यहाँ की देख-रेख शासन की मंशा के अनुसार नहीं हो पा रही है। दोहरे प्रभार के कारण 20 कर्मचारियों का स्टाफ भी प्राचार्य विहीन शाला से नदारत रहता है।

मध्यप्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा जिला अध्यक्ष अटल उपाध्याय, यूएस करोसिया, संजय गुजराल, रविकांत दहायत, नरेश शुक्ला, प्रशांत सोधिया, संतोष मिश्रा, योगेश चौधरी, राजेन्द्र तेकाम, विश्वदीप पटेरिया, देव दोनेरिया, एस के बांदिल, धीरेंद्र सिंह, मुकेश मरकाम, प्रदीप पटेल, आलोक अग्निहोत्री, मुकेश चतुर्वेदी, अजय दुबे, पीएल गौतम, मनोज खन्ना, चंदू जाऊलकर, मंसूर वेग, एके प्यासी ने सिहोरा बीईओ को हटाकर नियमित बीईओ की पद स्थापना करने की माँग के साथ ही सरकारी आदेश का उल्लंघन करने वाले बीईओ और जिला शिक्षा अधिकारी को तत्काल निलंबित करने की माँग की है।