मध्यप्रदेश के विद्युत मुख्यालय शक्तिभवन में 77 वां स्वतंत्रता दिवस समारोह उल्लास व उत्साह के साथ मनाया गया। मध्यप्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड के प्रबंध संचालक अनय द्विवेदी ने राष्ट्रीय ध्वज फहरा कर परेड की सलामी ली। अनय द्विवेदी ने इस अवसर पर कहा कि ऊर्जा क्षेत्र की लोकहित योजनाओं से प्रदेश के 85 प्रतिशत से अधिक घरेलू बिजली उपभोक्ता और लगभग 26 लाख कृषि पम्प उपभोक्ता लाभान्वित हो रहे हैं। उन्होंने प्रदेश की सभी बिजली कंपनियों के कार्मिकों से आह्वान किया कि वे सब मिल कर प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं को किफायती, सुलभ व विश्वसनीय ऊर्जा उपलब्ध करवाएं। इस अवसर पर मध्यप्रदेश मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी लिमिटेड के प्रबंध संचालक मनजीत सिंह, मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के प्रबंध संचालक सुनील कुमार तिवारी, पावर मैनेजमेंट कंपनी के मुख्य महाप्रबंधक मानव संसाधन व प्रशासन राजीव गुप्ता सहित बड़ी संख्या में कार्मिक, सेवानिवृत्त कर्मी, महिलाएं और बच्चे उपस्थित थे।
स्वतंत्रता दिवस समारोह के मुख्य अतिथि अनय द्विवेदी ने कहा कि राज्य शासन द्वारा ऊर्जा क्षेत्र की लोकहित योजनाओं में इंदिरा गृह ज्योति योजना, अटल किसान ज्योति योजना, नि:शुल्क विद्युत प्रदाय योजना, स्वयं का ट्रांसफार्मर योजना, आरडीएसएस योजना, दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना, उदय योजना, आत्म निर्भर मध्यप्रदेश जैसी योजनाएं लागू की गई हैं। इन योजनाओं से प्रदेश के 85 प्रतिशत से अधिक घरेलू बिजली उपभोक्ता और लगभग 26 लाख कृषि पम्प उपभोक्ता लाभान्वित हो रहे हैं। इन योजनाओं के सफल क्रियान्वयन से छोटे-छोटे गांवों में और गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले हितग्राहियों को बिजली उपलब्ध हो गई है।
मध्यप्रदेश में वित्तीय वर्ष 2022-23 में अटल गृह ज्योति योजना में घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को 5364.14 करोड़ रुपए की सब्सिडी प्रदान की गई। प्रदेश के कृषि उपभोक्ताओं को अटल कृषि ज्योति योजना, टेरिफ सब्सिडी व अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति श्रेणी के कृषि उपभोक्ताओं को कुल 17238.01 करोड़ रुपए की सब्सिडी प्रदान की गई। वित्तीय वर्ष 2023-24 में प्रदेश के घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को 5842.73 करोड़ रुपए और सभी श्रेणी के कृषि उपभोक्ताओं को 18353.75 करोड़ रुपए की सब्सिडी देने का प्रावधान किया गया है।
एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी ने प्रदेश की विद्युत कंपनियों के सहयोग से कुशल प्रबंधन एवं आधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुए वर्ष 2022-23 में लगभग 2073 करोड़ रुपए की अतिशेष बिजली को एक्सचेंज के माध्यम से विक्रय किया है। यह अभी तक की सर्वाधिक विक्रय है। आगामी रबी सीजन के कृषि कार्य हेतु मांग की पूर्ति के लिए इस वर्ष वर्षाकाल के दौरान लगभग 1150 मिलियन यूनिट बिजली की बैंकिंग, अन्य प्रदेशों में करने की व्यवस्था की गई है। यह बिजली हमें रबी सीजन के दौरान प्रीमियम के साथ मिलेगी, जिससे प्रदेश के
कृषि उपभोक्ताओं के साथ अन्य श्रेणी के उपभोक्ताओं को भी पर्याप्त बिजली की सप्लाई सुनिश्चित हो सकेगी। प्रदेश के इतिहास में दिसंबर 2023 में अभी तक की सर्वाधिक बिजली की मांग 17170 मेगावाट की आपूर्ति सफलतापूर्वक की गई। इस प्रकार हम गर्व से कह सकते हैं कि मध्यप्रदेश, देश के अंगुलियों में गिने जाने वाले उन राज्यों में से एक है, जहां सभी श्रेणी के बिजली उपभोक्ताओं को उनकी जरूरत के मुताबिक भरपूर बिजली मिल रही है। देश की प्रथम स्वदेशी निर्मित 700 मेगावाट न्यूक्लियर पावर रिएक्टर काकरापार से पावर मैनेजमेंट कंपनी द्वारा 218.98 मेगावाट विद्युत क्रय करने का एक पावर परचेस एग्रीमेंट पिछले दिनों हस्ताक्षरित किया गया है। सस्ती दर पर प्राप्त होने वाली यह बिजली प्रदेश के उपभोक्ताओं को उच्च गुणवत्तापूर्ण विद्युत प्रदाय करने में उपयोगी सिद्ध होगी।
मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी के ताप विद्युत गृहों ने अभी तक का सर्वाधिक विद्युत उत्पादन 27328 मिलियन यूनिट वर्ष 2022-23 में किया। ताप विद्युत गृहों की कुल विशिष्ट तेल खपत 0.65 मिलीलीटर प्रति इकाई और ताप विद्युत गृहों की संयंत्र सहायक खपत 7.2 प्रतिशत रही। ये दोनों खपत अभी तक की सबसे कम खपत है। सतपुड़ा ताप विद्युत गृह के विद्युत गृह क्रमांक 4 एवं संजय गांधी ताप विद्युत गृह बिरसिंगपुर ने कुल विद्युत उत्पादन, प्लांट लोड फेक्टर व प्लांट अवेलिबिलिटी फेक्टर में अभी तक का श्रेष्ठतम प्रदर्शन किया। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 9 अगस्त को अमरकंटक ताप विद्युत गृह चचाई में 660 मेगावाट की नई इकाई की आधारशिला रखी है। मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी और एसईसीएल के संयुक्त उद्यम के माध्यम से स्थापित होने वाली इस इकाई का कार्य वर्तमान वित्तीय वर्ष के अंत तक प्रारंभ होने की उम्मीद है। इस इकाई को वर्ष 2028 तक पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है।
मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के लिए वित्तीय वर्ष 2022-23 उपलब्धियों से भरा रहा। ट्रांसमिशन कंपनी वर्तमान में 416 अति उच्चदाब सबस्टेशनों के माध्यम से विद्युत पारेषण कर रही है। एमपी ट्रांस्को की कुल ट्रांसफारमेशन क्षमता बढ़कर लगभग 79261 एमवीए हो गई है। कंपनी की ट्रांसमिशन अवेलिबिलिटी बढ़ कर 99.45 प्रतिशत हो गई। एमपी ट्रांसको के ट्रांसमिशन लॉसेस सिर्फ 2.63 प्रतिशत हैं। देश में इतने कम लॉसेस किसी ट्रांसमिशन यूटिलिटी के नहीं हैं। ह्यूमन मशीन इंटरफेस तकनीक से सब स्टेशनों को रिमोट से नियंत्रित करने वाला मध्यप्रदेश प्रथम राज्य है। एमपी ट्रांसको द्वारा इंदौर और भोपाल मेट्रो के लिए जरूरत अनुसार इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जा रहा है।
प्रदेश की तीनों डिस्ट्रब्यूशन कंपनियां उपभोक्ताओं को सतत् व गुणवत्तापूर्ण बिजली आपूर्ति करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। डिस्कॉम द्वारा ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली आपूर्ति में किसी भी प्रकार की रूकावट न आए। उपभोक्ताओं की समस्याओं के निदान के लिए कॉलसेंटर के नंबर 1912 को लगातार सुदृढ़ किया जा रहा है। प्रदेश में पेपरलेस बिल की अवधारणा को लागू किया गया है। बिजली उपभोक्ताओं को एमएमएस व WhatsApp से बिजली बिल मिलना शुरू हो गए हैं।
विद्युत वितरण कंपनियों के समक्ष आरडीएसएस का सफल क्रियान्वयन सबसे बड़ी चुनौती है। आरडीएसएस के अंतर्गत देश में केपेसिटर बैंक की स्थापित करने कार्य सबसे पहले पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने किया है। मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है जिसकी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) केन्द्र शासन द्वारा अनुमोदित की गई है। उल्लेखनीय है कि पूर्व केन्द्रीय विद्युत सचिव आलोक कुमार ने भी इसके लिए पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी की सराहना की थी। देश में सबसे पहले आरडीएसएस का 33/11 केवी का ग्रिड पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के इंदौर जिले के ईमलीखेड़ा गांव में ऊर्जीकृत किया गया है। पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के महू व खरगोन पूरी तरह स्मार्ट मीटर वाले प्रदेश के दो शहर घोषित हो चुके हैं।
दो प्रकाशनों का विमोचन
मुख्य अतिथि अनय द्विवेदी ने इस अवसर पर स्टेट प्लानिंग सेल के प्रमुख विद्युत समंक 2023 और पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा ऊर्जा संरक्षण, सौर ऊर्जा व बिजली चोरी के दुष्परिणामों पर आधारित ‘ब्लैक आउट’ पुस्तिका का विमोचन किया। इन प्रकाशनों को विमोचन हेतु पावर मैनेजमेंट कंपनी के मुख्य महाप्रबंधक फिरोज कुमार मेश्राम व पूर्व क्षेत्र कंपनी की मुख्यमहाप्रबंधक मानव संसाधन व प्रशासन नीता राठौर ने प्रस्तुत किया।
पूर्व क्षेत्र कंपनी के कांफ्रेस हाल का उद्घाटन
पूर्व क्षेत्र कंपनी के प्रबंध संचालक अनय द्विवेदी, पावर जनरेटिंग कंपनी के प्रबंध संचालक मनजीत सिंह व पावर ट्रांसमिशन कंपनी के प्रबंध संचालक सुनील कुमार तिवारी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पूर्व क्षेत्र कंपनी आधुनिकतम साधनों से सुसज्जित कांफ्रेस हाल का उद्घाटन किया।
60 विद्युतकर्मी पुरस्कृत
समारोह के मुख्य अतिथि अनय द्विवेदी ने उत्कृष्ट कार्यनिष्पत्ति और बेहतर प्रदर्शन के लिए विभिन्न बिजली कंपनियों के 60 कार्मिकों को पुरस्कृत किया। वर्ष 2022-23 में न्यूनतम विद्युत दुर्घटना के लिए नरसिंहपुर संचारण-संधारण सर्किल को चलित शील्ड प्रदान की। द्वितीय व तृतीय स्थान पर क्रमश: इंदौर व जबलपुर सर्किल रहे। वर्ष भर में खेल एवं कला गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए केन्द्रीय कार्यालय जबलपुर, श्री सिंगाजी ताप विद्युत गृह खंडवा व अमरकंटक ताप विद्युत गृह चचाई को चलित शील्ड प्रदान की गई। समारोह में सुरक्षा विभाग के बैंड दल ने रमेश चंद्रावत के नेतृत्व में राष्ट्रीय भावना से ओतप्रोत मधुर धुनों को प्रस्तुत किया। परेड का नेतृत्व सुरक्षा निरीक्षक प्रवीन कपूर ने किया। कार्यक्रम का संचालन जनसम्पर्क अधिकारी पंकज स्वामी ने और आभार प्रदर्शन मुख्य महाप्रबंधक मानव संसाधन व प्रशासन राजीव गुप्ता ने किया।