मध्य प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति ने बताया कि पिछले माह कटनी जिले के शिक्षक प्रशांत चनपुरिया का पैसे मांगते हुए ऑडियो वायरल हुआ था, जिसे आनन-फानन में दिखावे के लिए निलंबित तो कर दिया, किंतु अपने निलंबन के बाद भी श्री चनपुरिया संयुक्त संचालक लोक शिक्षण जबलपुर की दलाली करने में लगे थे।
वहीं शिक्षा विभाग की वरिष्ठ आईएएस अधिकारी श्रीमती जयश्री कियावत शासकीय कार्य से जबलपुर प्रवास पर थी तो संयुक्त संचालक शिक्षा ने अपने खासम-खास दलाल निलंबित शिक्षक को उनकी सेवा में लगा दिया।
इसके बाद जब आयुक्त मैडम शासकीय कार्य निपटाने के बाद मंदिर दर्शन हेतु झोतेश्वर गोटेगांव गई थी तो भ्रष्टाचारी निलंबित शिक्षक भी मैडम एवं संयुक्त संचालक शिक्षा के साथ फोटो खिंचवाते नजर आ रहा है। उक्त फोटो विभाग में वायरल होने से शिक्षा विभाग के साथ-साथ आयुक्त लोक शिक्षण की छबि भी धूमिल हो रही है।
संघ के योगेंद्र दुबे अवेंद्र राजपूत, अवधेश तिवारी, अटल उपाध्याय, संजय यादव, आलोक अग्निहोत्री, मुकेश सिंह, दुर्गेश पांडे, चंदू जाऊलकर, ब्रजेश मिश्रा, परशुराम तिवारी, मनोज खन्ना, राजेश चतुर्वेदी, शरद बाथव, विपिन शर्मा संदीप मस्के, गोविंद बिल्थरे, डीडी गुप्ता, रजनीश तिवारी, पवन श्रीवास्तव, चूरामन गुर्जर, राकेश राव, सतेंद्र ठाकुर, रामकृष्ण तिवारी आदि ने प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा मध्य प्रदेश भोपाल को ई-मेल भेजकर मांग की है कि विभाग की छवि धूमिल करने वाले संयुक्त लोक शिक्षण जबलपुर संभाग राजेश तिवारी को तत्काल निलंबित कर प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच की जावे।