मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड की विजिलेंस टीमों ने वर्ष 2016-17 में जबलपुर शहर एवं सतना जिले में बिजली चोरी के प्रकरण पंजीबद्ध किए थे। कंपनी द्वारा परिवाद दायर करने के पूर्व राशि जमा करने लिए आरोपियों को सूचित किया गया था, किंतु राशि जमा नहीं करने पर प्रकरण न्यायालय में प्रस्तुत किए गए।
न्यायालय द्वारा भी बार-बार सूचित किया गया लेकिन इन आरोपियों द्वारा इसे गंभीरता से नहीं लिया गया। अंततः न्यायालय द्वारा इन आरोपियों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया, जिसके बाद पुलिस द्वारा इन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में 12 आरोपी जबलपुर के तथा पांच आरोपी सतना जिले के हैं।
जबलपुर में गिरफ्तार आरोपियों में गणेश चौधरी, रिंकू बाल्मिक, मैना नागदेव, राजा कुचबंधिया, रज्जू झारिया, कमलेश चौधरी, रामविशाल चौधरी, गणेश रजक रवि नागदेव, राकेश चौधरी, चेतराम बंशकार एवं कन्हैयालाल कटियाल शामिल है। सतना जिले से गिरफ्तार कर जेल भेजे गए 5 आरोपियों में लालजी पटेल, दशरथ भूरिया, बाबूलाल विश्वकर्मा, प्रेम लाल चौधरी एवं सरजू चौधरी शामिल हैं।