भगवान परशुराम के प्रकट उत्सव की पूर्व संध्या पर ब्राह्मण एकता मंच की ओर से भव्य शोभायात्रा का शुभारंभ शुक्रवार की शाम रानीताल चौराहे से किया गया। इस शोभायात्रा में हजारों की संख्या में विप्र बंधु अपने स्वजनों के साथ शामिल हुए। रानीताल से शोभायात्रा का शुभारंभ साधु संतों के मार्गदर्शन में किया गया। भगवान परशुराम की प्रतिकृति के रूप में प्रतिमा भी शामिल की गईं। साथ ही शोभायात्रा में विभिन्न धार्मिक सनातन संस्कृति के प्रतीकात्मक एवं जीवंत समूह भी शामिल हुए। भगवान परशुराम की शोभायात्रा में शहर के साथ जिले की सभी तहसीलों, ब्लाकों, कस्बों से विप्र बंधु अपने परिजनों के साथ इस यात्रा का हिस्सा बने।
रानीताल से शाम को शुरू हुई शोभायात्रा गढ़ा फाटक, शंकर घी भंडार, बड़ा फुहारा, कमानिया गेट, सराफा बाजार होते हुए कोतवाली थाने के सामने संपन्न हुई। इस शोभायात्रा का जगह-जगह भव्य स्वागत किया गया। सभी राजनीतिक पार्टियों एवं सामाजिक संगठनों के द्वारा यात्रा मार्ग पर स्वागत के स्टॉल सजाए गए थे। इस विशाल शोभायात्रा में राजनीतिक दलों से जुड़े कार्यकर्ता और पदाधिकारी भी यात्रा का हिस्सा बने।
बीजेपी, कांग्रेस एवं अन्य दलों के तमाम वरिष्ठ पदाधिकारी व कार्यकर्ता इस शोभायात्रा में विप्र बंधुओं का स्वागत करते नजर आए। जय परशुराम भगवान के नारों से गुंजायमान यात्रा मार्ग पर विभिन्न समाज के लोगों ने भी विप्र बंधुओं का स्वागत किया। कोतवाली में बड़ी संख्या में बुजुर्ग, महिलाओं और बच्चों ने भगवान परशुराम के जयकारे लगाए। इस शोभायात्रा में ब्राह्मण कुल के समस्त संगठन अपने परिवार जनों के साथ शामिल हुए।
इस शोभायात्रा में चेतन्यानंद महाराज, पंडित राघवदेवाचार्य, पंडित वासुदेव शास्त्री, सांसद राकेश सिंह, विधायक इंदु तिवारी, डॉ पवन स्थापक, तरुण भनोट, लखन घनघोरिया, विनय सक्सेना, सतीश उपाध्याय, सुधीर नायक, श्याम दुबे, अमरीश मिश्रा, सतेन्द्र चौबे, पंकज पांडे, कल्ली तिवारी, शेखर मिश्रा, मुन्ना गौतम, कपिल दुबे, राहुल दुबे, अतुल दुबे, सारंग दुबे, शहजाद द्विवेदी, रजनीश पांडे, आलोक अग्निहोत्री, अतुल बाजपेयी, दुर्गेश पांडे, श्याम नारायण तिवारी, आशुतोष तिवारी, सोनल दुबे, अभिषेक मिश्रा, देवदत्त दुबे, राकेश दुबे, विवेक तिवारी आदि उपस्थित थे। इस अवसर पर समस्त राजनीतिक दलों के जनप्रतिनिधिगण एवं समाज सेवी, व्यवसायी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।