मध्य प्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा संरक्षक योगेंद्र दुबे एवं जिला अध्यक्ष अटल उपाध्याय ने सरकारी स्कूल में बिजली ना होने, टॉयलेट एवं बाथरूम न होने, हाथ धोने का मग न होने, शिक्षकों के समय पर स्कूल न आने, पीने के पानी की व्यवस्था ना होने पर रोष व्यक्त करते हुए जिम्मेवार अधिकारी के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की मांग की थी।
संयुक्त मोर्चा की मांग पर जांच के लिए आज सोमवार को डीपीसी चतुर्वेदी, जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा निरीक्षण के लिए बीआरसी आशीष श्रीवास्तव, श्रीमति राखी बंसल ब्योहारवाग, इंजीनियर चंदन चंसोरिया, कुलदीप कोस्टा को स्कूल भेजा। निरीक्षण के बाद जांच दल ने जर्जर छतों, टूटी सीढ़ियों, उखड़ी खिड़की, टूटे टॉयलेट के दरवाजे, लेट्रीन सीट और विकलांग बच्चों को स्कूल के ऊपरी कमरों तक जाने के लिए रैंप बनवाने के प्रस्ताव बना कर अधिकारियो को देने कहा है।
निरीक्षण दल ने पाया की कमरों में बिजली नहीं है, जिस पर बिजली विभाग को व्यवस्था के लिए पत्र लिखा गया है। पानी टंकी नही है, शिकायतें पूरी तरह सही पाई गई है। समस्याओं का सात दिवस के अंदर निराकरण करने का आश्वासन दिया गया है। वहीं स्कूल में फैले कचरे को साफ करवाने के निर्देश दिए। निरीक्षण दल ने पाया कि बच्चों के बाथरूम के लिए जो 6 सीट बनी हुई है इनके दरवाजे सड़ गए हैं। सीट के ऊपर कचरा पड़ा हुआ है, जिसे किसी भी तरीके से उपयोग नहीं किया जा सकता। बच्चे खुले में लैट्रिन बाथरूम के लिए जाते हैं।
इस पर निरीक्षण दल ने स्कूल व्यवस्थापक को कड़ी फटकार लगाई स्कूल के शिक्षकों की अनुपस्थिति पर भी कार्रवाई करने के संबंध में प्रस्ताव तैयार कर वरिष्ठ कार्यालय भेजने आश्वासन दिया। इसके अलावा 7 शिक्षकों के इस स्कूल में मात्र 4 शिक्षक पाए गए 3 शिक्षक अनुपस्थित पाए गए। यहां पिछले 6 माह से चपरासी नहीं है। चौकीदार कभी रहा ही नहीं है, शिक्षकों को इनके कार्य करना पड़ रहे हैं।
मध्य प्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा जबलपुर के संरक्षक योगेंद्र दुबे, जिलाध्यक्ष अटल उपाध्याय, विजय महोबिया, मनोज चौकसे, नरेश शुक्ला, संतोष मिश्रा, विश्वदीप पटेरिया, प्रशांत सोंधिया, योगेश चौधरी, संजय गुजराल, रविकांत दहायत, मुकेश मरकाम, मुकेश चतुर्वेदी, देव दोनेरिया, प्रदीप पटेल, धीरेंद्र सिंह, एसके बांदिल, योगेंद्र मिश्रा, अजय दुबे, नरेंद्र सैन, सुरेंद्र जैन, संदीप नेमा, सतीश उपाध्याय, विनय नामदेव ने समस्त समस्याओं का जल्द निदान करवाने की मांग की है।