मध्य प्रदेश की बिजली कंपनियों में कार्यरत आउटसोर्स एवं संविदा कर्मचारियों के द्वारा अपनी प्रमुख मांगों आउटसोर्स कर्मचारियों का विद्युत विभाग में संविलियन एवं न्यूनतम वेतन रिवाइज करने और संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण के लिए ज्ञापन व धरना प्रदर्शन किया गया था।
लेकिन प्रदेश सरकार ने अभी तक न तो कोई मांग मानी है और न ही संगठन के पदाधिकारियों के साथ कोई बैठक की गई, जिस कारण अब बिजली विभाग के संगठनों के पदाधिकारियों और कर्मचारियों में काफी आक्रोश है। जिसके बाद कटनी में आयोजित की गई बैठक में संविदा एवं आउटसोर्स कर्मचारियों के संगठनों ने 6 जनवरी 2023 से अनिश्चितकालीन काम बंद हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है।
बिजली कर्मचारियों के हड़ताल में जाने से प्रदेश भर में अंधेरा छा सकता है। वहीं आउटसोर्स व संविदा कर्मचारियों ने नियमित कर्मचारियों से अनुरोध किया है कि वह संविदा एवं आउटसोर्स कर्मचारियों के साथ हड़ताल में साथ दें, तभी बिजली तंत्र को निजीकरण से बचाया जा सकता है। इस अवसर पर प्रदेश सहसचिव सतीश साहू, जिला अध्यक्ष संदीप रजक, कृष्णा, सोनी, वीरेंद्र सिंह, सतेंद्र पांडे, उमेश नामदेव, तिग्गा, रूपाली ताम्रकार आदि संविदा एवं आउटसोर्स कर्मचारी उपस्थित रहे।