मध्य प्रदेश विद्युत संयुक्त संघर्ष समिति के द्वारा बिजली कर्मियों की 13 सूत्रीय मांग को लेकर मध्य प्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के पोलो ग्राउंड में विशाल आमसभा की गई, जिसमें हजारों की संख्या में बिजली अधिकारी, कर्मचारी, संविदा कर्मी, पेंशनर, आउटसोर्स कर्मी और अनुकंपा आश्रित शामिल हुए। आमसभा के बाद प्रशासनिक अधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया। आमसभा में वक्ताओं ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि वे बिजली कर्मियों की महापंचायत बुलाएं और बिजली कर्मियों की 13 सूत्रीय मांगों के निराकरण की घोषणा करें।
हरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि बिजली कर्मियों की मुख्य मांग है कि विद्युत मंडल से सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों को बकाया डीए एरियर्स का एकमुश्त दिया जावे, वर्ष 2012 के पूर्व सेवाकाल के दौरान मृत हुए कर्मचारियों के आश्रितों को एवं बाद के कंपनी के आउटसोर्स कर्मियों के आश्रितों को भी बिना शर्त अनुकंपा नियुक्ति दी जावे। इसके अलावा विद्युत मंडल की सभी कंपनियों में कार्यरत 50 हजार आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए मानव संसाधन नीति बनाई जावे। सभी आउटसोर्स कर्मचारियों का विद्युत कंपनियों में संविलियन कर ठेका प्रथा समाप्त की जावे। नियमित कर्मचारियों को फ्रिंज बेनिफिट दिया जावे। अधिकारी कर्मचारियों की वेतन विसंगति दूर की जावे।
इस दौरान संघर्ष समिति के रामसमुझ यादव, शंभू नाथ सिंह, रतिपाल यादव, अजय मिश्रा, शिव राजपूत, राहुल मालवीय, सुशील पांडे, केके तिवारी आदि उपस्थित रहे।