जल उपभोक्ता संस्था निर्वाचन 2022 के अन्तर्गत अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रशिक्षण के लिए भरी धूप में 2 बजे बुलाया गया, लेकिन मॉडल हाई स्कूल हाल में बैठने के लिए कुर्सियां नहीं थी, बन्द पंखे, स्पीकर की कम आवाज जो पीछे तक सुनाई ही नहीं दे रही थी, ट्रेनिंग में मृत और 2 माह पश्चात रिटायर होने वालों को भी आदेश भेज कर ट्रेनिंग में बुलाया गया था। मध्यप्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा संरक्षक योगेन्द्र दुबे, जिलाध्यक्ष अटल उपाध्याय ने प्रशिक्षण में व्याप्त अव्यवस्था को गलत बताया है।
लोक प्रतिनिधत्व मध्य प्रदेश कृषक संगठन निर्वाचन नियम 1999 के नियम 10 एवं 23 के प्रावधानों के अन्तर्गत जोनल अधिकारी/पीठासीन अधिकारी/मतदान अधिकारी क्र. 2 एवं 3 (P1, P2 एवं P3) के डियूटी के आदेश वाट्सएप पर भेज कर निर्देश दिए गए। आदेश की कापी किसी को नही दी गई। फिर भी सभी ट्रेनिंग में शामिल हुए, लेकिन ट्रेनिंग के नाम पर हुई अव्यवस्थाओं के कारण अधिकारी और कर्मचारियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। ट्रेनिंग में अनेक मृत और रिटायर अधिकारी और कर्मचारियों को बुलाया गया था। अब अनुपस्थिति के कारण इन्हें शोकाज नोटिस भेजा जाएगा।
मध्य प्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के जिलाध्यक्ष अटल उपाध्याय, मध्यप्रदेश शिक्षक कॉंग्रेस के विश्वदीप पटेरिया, मध्यप्रदेश लिपिक वर्ग कर्मचारी संघ के यूएस करोसिया, देव दोनेरिया, नरेश शुक्ला, संतोष मिश्रा, सिहोरा तहसील अध्यक्ष योगेन्द्र मिश्रा, प्रशांत सोधिया, संजय गुजराल, रविकांत दहायत, योगेश चौधरी, अजय दुबे, एसके वांदिल, धीरेंद्र सिंह, प्रदीप पटैल, मुकेश मरकाम, मुकेश चतुर्वेदी, संदीप नेमा, नरेन्द्र सैन, जवाहर केवट, शहजाद सिंह द्विवेदी, मनोज रॉय, हर्ष मनोज दुबे, ब्रजेश मिश्रा, आलोक अग्निहोत्री, रविबांगड, आशुतोष तिवारी ने मृत और रिटायर हो चुके अधिकारियों और कर्मचारियों की ट्रेनिंग का आदेश भेज कर बुलाने को अनुचित बताया है। मोर्चा पदाधिकारियों ने मृत, रिटायर हो चुके कर्मचारियों के विरुद्ध कार्यवाही ना कर गलत आदेश करने वालों के विरुद्ध कार्यवाही की माँग की है।